
सक्ती. माह जनवरी में अपने साथ हुये अन्याय एवं अत्याचार के लिए अधिकारियों के कार्यालयों की खाक छान चुकने के बाद न्याय पाने के लिये स्थानीय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से सूचना देकर इस तपती धूप में स्थानीय जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के पास भूख हड़ताल में दम्पति 9 मई से बैठे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार अनुविभाग के क्षेत्र हसौद निवासी गफ्फार एवं उनकी पत्नी नूरबी के साथ विगत जनवरी माह में ग्राम नरियरा के सरपंच मनहरण लाल साहू तथा अन्य दो पुलिसकर्मियों द्वारा घर में जाकर चोरी करने तथा मारपीट करने एवं गाली गलौज कर हाथ-बांह को पकड़कर बदनीयत पूर्वक व्यवहार किये जाने की शिकायत हसौद थाने में किये जाने के बाद भी तत्कालीन हसौद थाने के नगर निरीक्षक द्वारा न तो उनकी कोई शिकायत लिखी गई और न ही अपराध के संबंध में कोई पतासाजी की गई।
इसे लेकर प्रताडि़त परिवार द्वारा विभिन्न उच्च कार्यालयों में अपनी गुहार लगायी गई, लेकिन यहां भी उन्हें कोई न्याय प्राप्त नहीं हुआ, जिससे व्यथित होकर परिवार द्वारा 9 मई को भूख हड़ताल में बैठने का निर्णय लिया गया।
साथ ही दम्पति द्वारा यह भी बताया गया कि जब तक उन्हें कोई न्याय प्राप्त नहीं होगा या उनकी सुनवायी नही होगी तब तक वे भूख हड़ताल पर बैठे रहेगें। एक ओर जहां केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा अंतिम छोर के अंतिम व्यक्ति के विकास करने की बात कही जाती है वही अनुविभाग अंतर्गत ग्राम हसौद निवासी इस दम्पति के साथ ग्राम नरियरा के सरपंच सहित अन्य लोगों द्वारा किये गये दबंगतापूर्वक अत्याचार की सुनवायी करने का आज किसी के पास वक्त नही है।
इस भीषण गर्मी में जहां पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी वातानुकूलित कमरों में बैठकर अपने आदेश एवं निर्देश से विभाग का संचालन कर रहे हैं। वही इस तपती धूप में दम्पति द्वारा न्याय पाने के लिये खुले स्थान में बैठकर भूख हड़ताल की जा रही है, जो राज्य शासन एवं स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता की ओर इंगित करती है।
Published on:
11 May 2018 12:53 pm
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