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CG Human Story : बुजुर्ग को देखकर चौंका एसडीएम, इतमिनान से कुर्सी पर बिठाया फिर सुना फरियादी की फरियाद, पढि़ए खबर…

- पीएम आवास व शौचालय राशि पाने बुजुर्ग पहुंचा एसडीएम कोर्ट

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CG Human Story : बुजुर्ग को देखकर चौंका एसडीएम, इतमिनान से कुर्सी पर बिठाया फिर सुना फरियादी की फरियाद

जांजगीर-सक्ती. साहब मैं सजोराम यादव पिता खोरा राम 85 साल का बृद्ध हूं और मालखरौदा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत धुरी में रहता हूं। मेरे नाम पर प्रधान मंत्री आवास स्वीकृत हुआ, मैंने अपने घर में शौचालय भी बनवाया। इनमें मेरे नाम पर पीएम आवास की पहली किश्त 48000 और शौचालय निर्माण की अनुदान राशि 12000 रुपए आई थी। इन दोनों राशि को धुरी सरपंच लक्ष्मी गोंड ने गांव के ही निवासी चंदन हिंदुजा पिता अर्जुन सिंह हिंदुजा और कंप्यूटर दुकान चलाने वाले बोड़ासागर निवासी मणिशंकर जायसवाल के साथ मिलकर पूरी राशि को रख लिए हैं। मुझे मेरा पैसा दिलवा दीजिए साहब नहीं तो मैं गरीब क्या करूंगा।

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85 साल के बुजुर्ग सजोराम यादव सरपंच सहित तीन लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत देकर एसडीएम कोर्ट सक्ती में सुनवाई पर पहुंचा था। अपनी बूढ़ी हड्डी के ढांचे को लेकर पहुंचे बुजुर्ग को खड़ा देखते ही सक्ती एसडीएम इंद्रजीत बर्मन ने तुरंत पहले उसे एक कुर्सी बैठने के लिए दिलाई और फिर खुद डायस से खड़े होकर उसकी बात को सुनने लगे। बुजुर्ग ने आपबीती बताई वह आप खुद पढि़ए। साहब मैं धुरी ग्राम पंचायत का स्थाई निवासू हूं और अकेला रहता हूं। मेरे नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए अनुदान स्वीकृत हुआ था। उसकी पहली किस्त शासन से मेरे खाते में 48 हजार रुपए आई थी।

ग्राम पंचायत सरपंच धुरी लक्ष्मी गोंड व उसके पति चंदन हिंदुजा को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी वह कंप्यूटर दुकान संचालक मणिशंकर जायसवाल के साथ मेरे घर पहुंचे थे। उन्होंने मुझे बहला फुसलाकर कुछ कागज पर अंगूठा लगवाया और कहा कि उन्हें बैंक जाने की जरूरत नहीं है, वह लोग खुद बैंक से पैसा निकालकर उसे घर पर दे जाएंगे। इस तरह तीनों लोगों ने मिलकर मेरे खाते से 48000 रुपए आवास योजना का और 12000 रुपए शौचालय की राशि को निकाल लिया और उसे नहीं दिया। साहब मेरी आपसे अपील है कि इन तीनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए मुझे न्याय दिलाएं।

यह पहली घटना नहीं है
पीएम आवास व शौचालय की राशि के नाम पर लूट की यह पहली घटना नहीं है। सक्ती ही नहीं बल्कि जिले के सभी विकासखंड में यह हो रहा है। भोले-भाले गरीब ठगे जा रहे हैं। इसकी शिकायत भी होती है। अधिकारी कई मामलों में तो कार्रवाई करते हैं, लेकिन कई मामले आरोपी की पहुंच और समय के अभाव के चलते ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। इससे ऐसे लोगों का मनोबल और बढ़ रहा है। अकलतरा में तो एक गरीब इसी तरह की ठगी का शिकार होकर आत्महत्या भी कर चुका है।

मेरे कोर्ट में यह मामला विचाराधीन है। हम मामले की जांच करा रहे हैं। बैंक में भी पूछताछ कराई जाएगी। यदि पैसों का आहरण तीनों आरोपियों के द्वारा किया गया होगा या अन्य साक्ष्य सामने आते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी- इंद्रजीत बर्मन, एसडीएम सक्ती