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Snake Bite Death: नागलोक में फिर मौत का तांडव, करैत के डंसने से 2 महिलाओं की मौत, सर्पदंश का शिकार होने पर अपनाएं ये उपाए

Snake Bite Death: नागलोक में इन दिनो रेंगती मौत का तांडव देखने मिल रहा है। यहां करैत सांप डंसने से एक साथ दो महिलाओं की मौत हो गई।

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करैत सांप (फोटो सोर्स- shutterstock)

करैत सांप (फोटो सोर्स- shutterstock)

Snake Bite Death: नागलोक में इन दिनो रेंगती मौत का तांडव देखने मिल रहा है। यहां करैत सांप डंसने से एक साथ दो महिलाओं की मौत हो गई। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों महिलाएं रायगढ़ जिले के रहने वाली थी। कमरई की रहने वाली महिला को घर में बच्चे को दूध पिलाने के दौरान करैत सांप ने डंसा। दूसरी घटना बाकारुमा गांव की है, जहां रनमेत बाई मचान पर सो रही थीं। इस दौरान करैत सांप ने उन्हें डंस लिया।

आनन-फानन में दोनों महिलाओं को सिविल अस्पताल पत्थलगांव में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित (Snake Bite Death) किया। सूचना पाकर पहुंची पत्थलगांव पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन लगवाएं

प्रदेश के जशपुर को नागलोक कहा जाता है। वहां सबसे ज्यादा केस फरसाबहार में आता है। पत्थलगांव, बगीचा, कांसाबेल, जशपुर, मनोरा व दुलदुला अस्पतालों में सर्पदंश के काफी केस पहुंचते हैं।

चिकित्सकों का कहना है कि किसी को भी सांप डसने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में ले जाएं एवं एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन लगवाएं। किसी भी बैगा-ओझा से झाड़फूंक न कराएं, इसमें समय की बर्बादी होती है। सांप डसने के बाद अस्पताल लाने में जितनी देरी होगी, उतना जान पर खतरा बनेगा, इसलिए पीड़ित को तत्काल अस्पताल लेकर पहुंचे ताकि समय पर उसका उपचार शुरू हो सके।

बारिश के मौसम में बढ़ जाती हैं घटनाएं

स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले का बड़ा भाग जंगल से आच्छादित है, जिसमें सर्पदंश की घटनाएं अधिक होती हैं। विशेषकर बारिश में जहरीले सांप, बिच्छू व अन्य कीड़ों के काटने का खतरा बढ़ जाता है। सर्पदंश जैसे प्रकरणों में सही समय में सही उपचार न मिले तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और कहा कि जूते, चप्पल को अच्छी तरह देख लें, झाड फूंक के चक्कर में न रहें।

कोबरा-करैत जानलेवा, वेंटीलेटर की जरूरत

कोबरा व करैत काफी जहरीले सांप है। इन दोनों सांप के काटने के बाद ज्यादातर मरीजों को वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है। दरअसल फेफड़े फेल होने लगते हैं। इससे हाथ-पैर भी काम करना बंद कर देता है। आंखें बंद होने लगती है। सीनियर फेफड़ा सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू (रायपुर) के अनुसार ब्लड में ऑक्सीजन सेचुरेशन भी 65 से नीचे पहुंच जाता है। ऐसे केस में मरीज को वेंटीलेटर पर रखना बहुत जरूरी है। समय पर पहुंचने पर कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है।

सांप डंस ले तो ये करें

  • सांप ने जहां पर डंसा हो, वहां कपड़े से बांध दें लेकिन ज्यादा टाइट नहीं।
  • सर्पदंश वाली जगह पर छेड़छाड़ न करें। यानी कांटे-छांटे नहीं।
  • दो घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचने पर पर्याप्त इलाज मिलेगा।
  • मरीज की हिम्मत बढ़ाएं, न कि डराएं।
  • पीड़ित को सोने न दें और चाय पिलाते रहें।

ये बिल्कुल न करें

  • घबराहट न लाएं। डरें नहीं।
  • इधर-उधर न जाएं। जहर फैलने की आशंका बढ़ जाती है।
  • न आंख बंद करें और न ही सोने जाएं।
  • बैगा-गुनिया से झाड़ फूंक न कराएं। तत्काल अस्पताल जाएं।
  • बारिश के सीजन में जमीन पर न सोएं।
  • खेत जाएं तो पर्याप्त सावधानी बरतें।