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मानवता शर्मसार : हादसे में पिता की मौत पर नहीं मिला शव वाहन, कपड़े में लपेटकर शव अस्पताल लेकर पहुंचे बच्चे

- मानवता शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें- हादसे में मौते के बाद युवक को नसीब नहीं हुआ शव वाहन- पिता का शव कपड़े में डालकर ले जाने को मजबूर हुए बेटे- ट्रेन की चपेट में आकर हुई थी युवक की मौत

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मानवता शर्मसार : हादसे में पिता की मौत पर नहीं मिला शव वाहन, कपड़े में लपेटकर शव अस्पताल लेकर पहुंचे बच्चे

सरकार के तमाम दावों से उलट मध्य प्रदेश के झाबुआ सिस्टम की लाचारी के चलते मानवता को शर्मसाक कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। मामला शहर के मेघनगर का है, जहां हादसे में जान गवाने वाले युवक को शव वाहन तक नसीब नहीं हुआ। जानकारी लगते ही मृतक के बेटे भी मौके पर पहुंच गए। तमाम प्रयासों के बाद जब करीब दो घंटे बाद भी शव वाहन मौके पर नहीं पहुंचा तो मृतक के बेटों ने ही शव को कपड़े में लपेटकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। अब इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।


आपको बता दें कि, शव वाहन ना मिलने पर बेटों ने ट्रेन की चपेट में आए पिता के शव को कपड़े की झोली में डालकर 2 किलोमीटर पैदल चलकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। दरअसल, मेघनगर रेलवे स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस की चपेट में आ जाने से मेघनगर निवासी पुरुषोत्तम नागर की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी लगते ही परिजन मौके पर पहुंचे और शव वाहन के लिए फोन किया। लेकिन, जब 2 घंटे बाद भी शव वाहन नहीं पहुंचा तो मृतक के बेटे और अन्य परिजन शव को कपड़े की झोली में डालकर पोस्टमार्टम के लिए मजबूरन पैदल ही अस्पताल लेकर पहुंचे।

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सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल

किसी ने इस घटनाक्रम का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग इसे सिस्टम की लाचारी की शर्मनाक तस्वीर बता रहे हैं। बता दें कि, वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने शव वाहन का संचालन मेघनगर रोटरी क्लब द्वारा किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस तरह के पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल, अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है।

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