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नववर्ष पर इस बार बन रहा अनूठा संयोग

हिंदू नवसंवत्सर के हिसाब से आने वाला साल 13 महीने का होगा

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नववर्ष पर इस बार बन रहा अनूठा संयोग

नववर्ष पर इस बार बन रहा अनूठा संयोग

झालावाड़. नववर्ष शुरू होने में महज कुछ दिन शेष है। रविवार को नए साल की शुरुआत होना कई मायनों में खास रहेगा। नए साल की शुरुआत विशेष योग-संयोग के साथ होगी।
ज्योतिषाचार्य बालकृष्ण दुबे ने बताया कि शिव, रवि, आनंद, सर्वार्थ सिद्वि योग के साथ नए साल की शुरुआत रात 12 बजे अश्विनी नक्षत्र में होगी। ऐसे में शुभ योगों का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर अच्छा रहेगा। सात साल बाद रविवार को नया साल शुरू होगा और साल का अंत भी रविवार को ही होगा। नए वर्ष की शुरूआत आनंद योग में होगी। साथ ही अश्विनी नक्षत्र के देवता अश्विनी कुमार और वार का अधिष्ठाता देवता सूर्य हैं, इससे हम कह सकते हैं कि वर्ष में आपदाएं बनी रहेंगी,लेकिन उसका निदान भरपूर मिलता रहेगा, इससे जन हानि जैसी समस्या कम रहेगी।
अधिकमास का वर्ष
ज्योतिषाचार्य के अनुसार 2023 अधिकमास यानी पुरूषोत्तम मास वाला साल होगा। क्योंकि हिंदू नवसंवत्सर के हिसाब से आने वाला साल 13 महीने का होगा। जुलाई के बाद आने वाले सभी बड़े त्योहार 2022 की तुलना में 12 से 19 दिन की देरी से आएंगे। नववर्ष के पहले रवि योग भी रहेगा। खरीदारी के लिए विशेष होगा। शास्त्रानुसार सूर्य सम्मान, पिता और तरक्की आदि के कारक ग्रह है। इन शुभ योग में सूर्य देव को जल अर्पित करने और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करने से सालभर सम्मान, सभी राशि के जातकों को विशेेष फलदायी और शुभ रहेगा।
वाहन, प्रॉपटी, ज्वैलरी की खरीदारी चिर स्थायी
न्याय के देवता शनि और आध्यात्मिक ग्रह बृहस्पति राशि स्वराशि में रहेंगे, जो श्रेष्ठता दर्शा रहे है। इसके साथ ही उक्त योग-संयोगों में वाहन, प्रॉपर्टी, ज्वैलरी की खरीदारी करना चिर स्थाई रहेगा।