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चंद्रभागा मेले में ढोल की थाप पर घोड़े ने किया नृत्य, देखने के लिए लग गई भीड़

झालरापाटन. राज्य स्तरीय चंद्रभागा कार्तिक मेले के उद्धाटन के मौके पर घोडे का डांस देखने के लिए भीड़ लग गई। झालरापाटन तहसील के गांव गिरधरपुरा हेमडा निवासी पशुपालक सत्यनारायण अपने घोड़ों बिजली और रानी को प्रदर्शनी के लिए मेले में लेकर आए हैं। ढोल की थाप पर अपने मालिक के इशारों पर नृत्य करते हुए […]

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  • झालरापाटन. राज्य स्तरीय चंद्रभागा कार्तिक मेले के उद्धाटन के मौके पर घोडे का डांस देखने के लिए भीड़ लग गई। झालरापाटन तहसील के गांव गिरधरपुरा हेमडा निवासी पशुपालक सत्यनारायण अपने घोड़ों बिजली और रानी को प्रदर्शनी के लिए मेले में लेकर आए हैं। ढोल की थाप पर अपने मालिक के इशारों पर नृत्य करते हुए घोड़े ने करतब भी दिखाएं।

झालरापाटन. राज्य स्तरीय चंद्रभागा कार्तिक मेले के उद्धाटन के मौके पर घोडे का डांस देखने के लिए भीड़ लग गई। झालरापाटन तहसील के गांव गिरधरपुरा हेमडा निवासी पशुपालक सत्यनारायण अपने घोड़ों बिजली और रानी को प्रदर्शनी के लिए मेले में लेकर आए हैं। ढोल की थाप पर अपने मालिक के इशारों पर नृत्य करते हुए घोड़े ने करतब भी दिखाएं।

  • पशुपालन विभाग के तत्वाधान में आयोजित राज्य स्तरीय चंद्रभागा कार्तिक मेले में अब तक सबसे अधिक घोड़ों की आवक हुई। पशुपालन संयुक्त निदेशक एवं मेला अधिकारी डॉक्टर टी .एबंसोड ने बताया कि मेले में मंगलवार दोपहर तक 5 गोवंश, 47 भैंस, 43 ऊंट, 55 घोड़ों की आवक हुई। मेला मैदान में ऊंटों के रेवड़ मंगलवार को टहलते नजर आए। मेले में दूर-दूर से खरीद फरोख्त के लिए ऊंटों के आने का सिलसिला जारी है। मेले में अब तक 43 ऊंट की आवक हो चुकी है और इनके आने का सिलसिला लगातार जारी है। पशुपालकों ने बताया कि वह जालौर, जोधपुर, पाली, नागौर, जैसलमेर जिले से अपने ऊंट मेले में लेकर आए हैं। उन्होंने बताया कि वह और उनके परिजन पिछले कई दशकों से इस मेले में ऊंट के कारोबार के लिए आते हैं।