
बूंदी जिले के स्टेट हाइवे 34 नैनवां बूंदी सडक मार्ग पर पीपल्या गांव के चरनोट में 41 सवारियों से भरी झालावाड़ डिपो की रोडवेज बस पलटने से बाल बाल बच गई। बस कोटा से जयपुर जा रही थी। बूंदी जिले के पीपल्या में ट्रक को ओवरटेक करते समय सड़क की साइड में उतरने पर मिट्टी में धंस गई, जिससे बस एक जगह पर धंस गई। नाले की दीवार होने कारण बस पलटने से बच गई।
बूंदी जिले के स्टेट हाइवे 34 नैनवां बूंदी सडक मार्ग पर पीपल्या गांव के चरनोट में 41 सवारियों से भरी झालावाड़ डिपो की रोडवेज बस पलटने से बाल बाल बच गई। बस कोटा से जयपुर जा रही थी। बूंदी जिले के पीपल्या में ट्रक को ओवरटेक करते समय सड़क की साइड में उतरने पर मिट्टी में धंस गई, जिससे बस एक जगह पर धंस गई। नाले की दीवार होने कारण बस पलटने से बच गई। बस में सवार सवारियां घबरा गई।
बस के रुकने पर सवारियां नीचे उतरी। बस को जेसीबी की सहायता से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद निकाला। परिचालक अब्दुल राशिद ने बताया कि बस में 41 सवारियां थी। सवारियों को दूसरी बस में बैठाकर रवाना किया।
नवनिर्मित सीसी सडक की साइड पर मिट्टी डालकर छोड दिया गया। साइड को सही ढंग से नहीं बनाने से आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है। मिट्टी को सही नहीं दबाने से बस के पहिए मिट्टी में धंस गए। पीपल्या में बस स्टेण्ड पर सडक की साइड ही नहीं भरी गई। ग्रामीणों ने बताया कि साइडों में एक ट्रैक्टर ट्रॉली व कार भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है। इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर विरोध प्रदर्शन कर सडक की साइडों को ठीक ढंग से बनाने की मांग उठाई।
Published on:
25 Jan 2025 11:10 am
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