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वार्षिक गणना मेंं 5 हजार से अधिक वन्य जीव मिले, सबसे ज्यादा नील गाय

18 प्रजाति के 5173 वन्य जीव पाए गए है।

झालावाड़.जिले में ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा यानि बुधवार को वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों ने वन्य जीवों की गणना की। वनकर्मियों ने करीब 53 वाटर हॉल पर चिन्हित स्थानों के निकट मचान बनाकर और पहाड़ी इलाकों में मोर्चा संभाला। छोटे और बड़े वन्य जीवों को पहचानकर उनकी गणना की गई। उपवन संरक्षक सागर पंवार सहित रेंजर, फॉरेस्ट के साथ वन्य जीव प्रेमियों और कार्मिकों ने मोर्चा संभाला। वनकर्मियों ने फोटो खींचने के अलावा पगमार्क लिए। वार्षिक गणना गुरुवार सुबह 8 बजे हुई। जिसमें 18 प्रजाति के 5173 वन्य जीव पाए गए है।

इन वाटर हॉल पर गणना -

जिले में 53 वाटर हॉल पर वन्य जीवों की गण्ना की गई है। जिसमें बूड मंडावर तालाब, बड़बेडा तालाब, कदिला तालाब, मोडी तालाब, इकवासा खान,गुलेंडी डेम, कोटडा दयाल तालाब, दहलनपुर,उचावदातालाब, चूरेलिया तएमएसटी, चौथमाता मंदिर,उदयपुर तालाब सहित झालावाड़, मनोहरथाना, असनावार, डग, अकलेरा, पिड़ावा, बकानी आदि रेंज में 53 वाटर हॉल शामिल है। इन वाटर हॉल के निकट बैठकर वन विभाग के कार्मिकों ने वन्यजीव गणना की।

नजर आए यह वन्य जीव-

जिले में हुई वन्य जीवन गणना में सबसे ज्यादा रोजड़ा वन्यजीव सामने आए है। रोजड़ा, गीदड, जरख, जंगली बिल्ली,बिल्ली,लोमड़ी,भेडिया,बिज्जू छोटा, कवर बिज्जू,चीतल,काला हिरण, सियार, खरगोश आदि वन्य जीव नजर आए। पानी भर गया- जिले में इस बार वन्यजीव गणना में प्री मानसून की बारिश होने से कई जगह गड्ढों में पानी भर जाने से वाटर हॉल तक भी वन्यजीव कम पहुंचे। इससे गणना में संख्या कम आई है।

जिले में ये वन्य जीव मिले

जीव संख्या

गीदड 1172

जरख 138

जंगली बिल्ली 92

बिल्ली 19

लोमड़ी 150

भेडिया 29

बिज्जू छोटा 13

बिज्जू बड़ा 1

कवर बिज्जू 57

चीतल 36

काला हिरण 80

रोजडा/ नीलगाय 1758

चिंकारा 308

जंगली सुअर 581

सैही 42

लंगूर 612

खरगोश 60

मगरमच्छ 20

कुल 5173 5

हजार से अधिक आए सामने-

इस बार जगह-जगह बारिश होने से जंगलों में पानी भर गया है, इसलिए भी वन्य जीव कम नजर आए हैं। 53 वाटर वॉल पर गणना की गई है, जिसमें 18 प्रजातियों के 5 हजार से अधिक वन्य जीव सामने आए है। सागर

पंवार, उप वन संरक्षक, झालावाड़।