अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित इस यूनिट में एमआरआई , सोनोग्राफी, पोर्टेबल एक्स-रे मशीन सहित अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। यहां बहुत ही गंभीर रोगियों को रखा जाएगा, जिन्हें हर 10-15 मिनट में मॉनिटरिंग की जरुरत होती है। यहां पर ऑक्सीजन की सप्लाई से लेकर वेंटिलेटर सहित विभिन्न प्रकार के आधुनिक उपकरण होंगे और पैरामेडिकल स्टाफ होगा। यहां के लिए चिकित्सकों की भर्ती सरकार के स्तर पर अलग से की जाएगी। क्रिटिकल केयर यूनिट में हर समय एक से दो डॉक्टरों की ड्यूटी इमरजेंसी में रहेगी। यूनिट में मल्टी पैरा मॉनीटर होगा, जो मरीजों की सांस, खून एवं हृदय गति को काबू करेगा। इसके अलावा वेंटीलेटर सीरिंज पंप, इंफ्यूजन पंप, डिफ ाइब्रिलेटर, दवाओं के रख रखाव के लिए क्रेश कार्ड समेत अनेक हाईटेक उपकरण रहेंगे।
सितम्बर तक निर्माण पूरा
क्रिटिकल यूनिट प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत खोली जा रही है। इसके लिए करीब 16 करोड का बजट दिया गया है। क्रिटिकल यूनिट के भवन का पूरा काम इस साल सितंबर तक पूर्ण करना है। यूनिट की स्थापना के लिए राजस्थान सरकार ने प्रस्ताव मांगा था। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से बड़ी संख्या में मरीज रैफ र होकर एसआरजी अस्पताल आते हैं, लेकिन कई गंभीर मरीजों को क्रिटिकल केयर यूनिट न होने से जयपुर और कोटा रैफ र करना पड़ता है, लेकिन इसके बनने के बाद ऐसी परेशानी नहीं होगी।
इतनी जमीन में बन रहा
क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण के लिए जिला अस्पताल परिसर के निकट बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में करीब 8500 वर्गमीटर जमीन अधिगृहित की गई है। यहां निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। ” मेडिकल कॉलेज के लिए पशु चिकित्सालय परिसर में ली गई जमीन में क्रिटिकल केयर यूनिट का काम शुरू हो चुका है। इसमें बहुत ही गंभीर व कमजोर मरीजों को रखा जाएगा, जिनको हर दस मिनट में मॉनिटरिंग की जरुरत होती है।
डॉ.संजय पोरवाल, डीन मेडिकल कॉलेज झालावाड़
” एक हजार वर्ग मीटर जमीन बहु उद्देश्य पशु चिकित्सालय के लिए रखी है। शेष जमीन मेडिकल कॉलेज झालावाड़ को दी गई है। जहां भवन बनाया जाएगा। डा.टीआर बंसोड, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग, झालावाड़।
भवन निर्माण के लिए वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं। करीब 16 करोड़ रूपए की लागत से पशु चिकित्सालय परिसर में आधुनिक सुविधायुक्त दो मंजिला क्रिटिकल केयर सेंटर भवन का निर्माण किया जा रहा है। कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं। प्रशासन द्वारा इन्हें हटाने के बाद सभी जगह एक साथ निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। ये काम सितंबर 2025 तक पूरा करना है।
हुकमचन्द मीणा, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग झालावाड़