
झाँसी. स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग ने एक ओर जहां जिंदगी में कई मुश्किलों को आसान कर दिया है तो यह कई बार नई तरह की मुश्किलों का कारण भी बन रहा है। स्मार्टफोन और एंड्रॉयड मोबाइल सबसे अधिक परेशानी का कारण उन लोगों के लिए बन रहे हैं जो सरकारी दफ्तरों में किसी तरह का काम करवाने या समस्या का समाधान कराने जाते हैं। सरकारी दफ्तरों में कई बार कर्मचारी एंड्रॉयड मोबाइल में उलझे दिखाई देते हैं, जिसके कारण यहां आने वाले लोगों की समस्या की सुनवाई नहीं होती। इसे देखते हुए झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि यदि वे ड्यूटी के समय स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते दिखाई दिए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सीएमएस ने जारी किये निर्देश
मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डाक्टर हरिश्चंद्र ने निर्देश जारी किये हैं। पिछले दिनों स्टाफ नर्सेस व कर्मचारियों के साथ बैठक कर उन्होंने यह निर्देश जारी किये हैं। सीएमएस ने कर्मचारियों से कहा है कि यदि वे ड्यूटी के मरीजों की समस्याओं को अनदेखा कर स्मार्टफोन में उलझे दिखाई देंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।साथ ही यह भी निर्देश दिए कि इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने में सक्रियता दिखाई जाए।
वीडियोग्राफी से पकडे जायेंगे कर्मचारी
दरअसल स्मार्टफोन को लेकर यह निर्देश इसलिए जारी किये गए हैं क्योंकि अक्सर शिकायतें आती रहती हैं कि अस्पतालों में जिन कर्मचारियों या पैरामेडिकल स्टाफ को मरीजों के देखरेख और इलाज की जिम्मेदारी सौपी जाती है, वे स्मार्टफोन पर सोशल साइट्स पर व्यस्त नजर आते हैं। कई बार मरीजों के तीमारदारों और कर्मचारियों के बीच झगड़े तक की नौबत आ जाती है। इन्हीं सब विवादों से बचने और मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कालेज में यह पहल शुरू की गई है। सीएमएस ने कहा है कि कर्मचारी ड्यूटी के दौरान फोन पर केवल जरूरी बात ही करें। स्मार्टफोन पर व्यस्त रहने वाले कर्मचारियों की पहचान करने के लिए वार्डों की वीडियोग्राफी करायी जाएगी और कर्मचारी स्मार्ट फोन पर सोशल साइट्स पर व्यस्त पाया जायेगा तो उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
Published on:
16 Oct 2017 02:11 pm
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