
बच्चों को 5वीं क्लास के बाद पसंद नहीं आ रहे सरकारी स्कूल।
Jhansi News: जनपद के बेसिक स्कूल से कक्षा 5 पास करने के बाद प्रतिवर्ष 3 हजार बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग इन बच्चों के स्कूल छोड़ने के कारण अभी तक तलाश नहीं सका है। इस वर्ष 31 जुलाई तक नामांकन प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इन बच्चों को स्कूल वापस लाने के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई है। नयी शिक्षा नीति में बच्चों की पहुंच तक बेसिक स्कूल लाने के लिए नीति तय की गयी। इसके चलते बच्चे को एक किलोमीटर पर बेसिक तथा 3 किलोमीटर की दूरी पर उच्च प्राथमिक विद्यालय मिलना चाहिए।
शिक्षा नीति के हिसाब से स्कूलों की हुई थी स्थापना
बेसिक शिक्षा परिषद ने इसी नीति को लेकर अपने स्कूल स्थापित किए। सहायता व मान्यता प्राप्त बेसिक स्कूल को भी इसमें जोड़ दें तो बच्चे को अपने गांव के आसपास स्कूल उपलब्ध हैं। हालांकि जनपद के लगभग 700 गांवों में उच्च प्राथमिक विद्यालय नहीं हैं, लेकिन वह पास के ही गांव में जाएं, तो उन्हें उच्च प्राथमिक विद्यालय यानी, कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई के स्कूल मिल जाएंगे। इसके बाद भी जनपद में 2 से 3 हज़ार तक बच्चे कक्षा 5 के बाद स्कूल छोड़ रहे हैं। जनपद में बेसिक
शिक्षा परिषद के साथ सहायता व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षणिक
सत्र 2018-19 में कक्षा 5 में 38,571 ने कक्षा 5 पास की, लेकिन 33,856 बच्चों ने ही कक्षा 6 में प्रवेश लिया। 4,715 बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया। वर्ष 2019-20 में 39,617 ने कक्षा 5 पास की, लेकिन कक्षा 6 में 34,445 ने ही प्रवेश लिया। इस वर्ष 5,172 बच्चों ने कक्षा 6 में प्रवेश नहीं लिया। वर्ष 2020-21 में कक्षा 5 में 40,915 बच्चे पढ़ाई करते थे और सभी बच्चे पास होकर कक्षा 6 में पहुंच गए। इसके बाद भी 32,860 बच्चे ही कक्षा 6 में नामांकित हुए। इस वर्ष सबसे अधिक 8 हजार बच्चे स्कूल छोड़ गए। पिछले वर्ष 2021-22 में तो स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या बढ़ गयी। कक्षा 5 में 41,632 ने कक्षा 5 की परीक्षा पास की, जबकि कक्षा 6 में 36055 परीक्षार्थी ही परीक्षा में बैठे। इस वर्ष 5,557 बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया।
Published on:
17 Jul 2023 08:31 am
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