
जावा आई ऐप स्कैंडल से सबसे ज्यादा ग्रामीण प्रभावित हुए हैं।
Jhansi News : झांसी में गरीब से लेकर अमीर तक जावा आई में पैसा लगा रहे थे। अब इस ऐप ने कई करोड़ रुपए का स्कैंडल कर दिया है। इस स्कैंडल में सबसे ज्यादा गांव के लोग प्रभावित हुए हैं। महिलाओं ने अपने जेवर बेचकर पैसा लगा दिया तो लोगों ने झांसे में आकर अपनी जमीन गिरवी रख दी। जावा आइ ऐप के माध्यम से सीधे- साधे लोगों को रुपए दोगुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपए कमाने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी ने कई ऐसे राज पुलिस के समक्ष खोले, जिन्हें जानकर सभी दंग रह गए। इनमें एक नाम ऐसा भी था, जो जावा आइ ऐप से की जाने वाली ठगी की जांच करने वाली टीम में शामिल था। अधिकारियों द्वारा अपने इस सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
ठगने के लिए फैलाते थे अफवाह
स्कैंडल करने वाले जालसाज क्षेत्र में अफवाह फैलाते थे और लोगों से ठगी करते थे। झांसी के मोठ, पूंछ, एरच और कटेरा थाना क्षेत्र के लोग इस ऐप के झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठे। इस ऐप के बारे में जनता में यह प्रचारित किया गया था कि इण्डोनेशिया में पंजीकृत जावा आइ कम्पनी पूरे विश्व के लगभग 106 देशों में काम कर रही है। इसका काम 106 देशों में बनने वाली फिल्म/मूवी की टिकट को खरीदने पर कमीशन देना है। कटेरा पुलिस द्वारा पिछले दिनों पकड़े गए आरोपी अनुज और अंकित ने आम जनता को यह बताया कि यदि कोई भी जावा आइ कम्पनी में अपनी रकम लगाता है तो उस रकम को 25 दिन में दोगुना कर दिया जाएगा। अपने पैसे दोगुना होने की लालच में लोगों ने जमकर इसमें अपना रुपया लगाया। ऐप में रकम को डॉलर में दिखाया जाता है। इसमें कम से कम 50 डॉलर इन्वेस्ट करना जरूरी था । इनवेस्ट की गई रकम के अनुसार फिल्म/मूवी के टिकट को खरीदा जाता था और उस पर कमीशन मिलता था। इसमें इन्वेस्ट करने वालों को विदेश यात्रा का भी लालच दिया जाता था।
पूरे स्कैंडल की जांच शुरू
स्कैंडल को उजागर करने के लिए एसएसपी राजेश एस. ने ट्रेनिंग पर आईं आईपीएस अंजलि विश्वकर्मा के
नेतृत्व में एक टीम गठित की। इस टीम में साइबर सेल का एक विशेषज्ञ भी शामिल किया गया। टीम ने जांच शुरू की तो इसकी परतें खुलती गई ।
एक सिपाही हो गया सस्पेंड
इसी बीच एक आरोपी रोहन कुशवाहा ने अपनी वकील के माध्यम से जांच टीम में शामिल साइबर सेल के विशेषज्ञ से संपर्क कर उनसे एक होटल में मुलाकात की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस होटल में पकड़े जा चुके आरोपियों के अलावा जो अन्य नाम प्रकाश में आ रहे थे, उन्हें बचाने को लेकर डील हुई थी। इस होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की वीडियो फुटेज किसी ने एसएसपी को भेज दी। इस फुटेज में साइबर विशेषज्ञ व आरोपी साथ-साथ बातचीत करते दिखे। साथ ही वकील व एक अन्य युवती भी नजर आई। इन फुटेज को देखकर एसएसपी ने पूरे प्रकरण की प्रारम्भिक जांच एसपी (सिटी) ज्ञानेन्द्र सिंह को सौंप दी । उन्होंने जांच में तथ्य सही पाए और पुलिस कप्तान को इसकी जानकारी दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी झांसी ने साइबर विशेषज्ञ (आरक्षी) भानू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
आरोपी की गिरफ्तारी से पहले चल रही थी डीलिंग
बीते रोज कटेरा पुलिस ने मामले में वांछित चल रहे मुख्य आरोपी रोहन कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस से पूछताछ में कई राज खोले। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर ऐप के माध्यम से ठगी करता था। उसके दो साथी कटेरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए थे, इसलिए उसने बचने के लिए उक्त आरक्षी से मुलाकात करने का प्रबंध किया। वकील के माध्यम से उसकी मुलाकात एक होटल में आरक्षी से हुई और उसे व अन्य लोगों को बचाने के बारे में आपसी बातचीत भी हुई |
पूरे मामले की चल रही जांच
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि साइबर सेल के सिपाही की आरोपी के साथ उसकी गिरफ्तारी के पहले हुई मुलाकात के फुटेज मिले थे। जब होटल जाकर तथ्यों की जांच की गई तो सभी तथ्य सही पाए गए। इसी आधार पर आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
Published on:
31 May 2023 08:12 am
बड़ी खबरें
View Allझांसी
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
