
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को अब ऑनलाइन कर दिया गया है। फसल बीमा ऑनलाइन होने से किसानों को लाभ होगा। अधिकारियों के अनुसार फसल बीमा योजना को ऑनलाइन कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार पहले कृषक का दो जगह ऋण होने पर उनका दोनों जगह बीमा का प्रीमियम कटता था, लेकिन अब ऑन लाइन प्रक्रिया करने के किसान के घोषणा पत्र के आधार पर जहां वह चाहता है वहीं पर फसल बीमा का प्रीमियम कटेगा। इससे किसानों को दोनो जगह रुपए नहीं कटवाने पड़ेंगे, इससे किसान को आर्थिक लाभ होगा। वहीं सरकार को भी दो जगह अनुदान नहीं देना पड़ेगा। वहीं यह योजना ऑनलाइन होने से पादर्शिता बढ़ेगी तथा सबंधित किसान से जुड़ी सारी जानकारी एक पोर्टल पर मिल सकेगी। ऑनलाइन होने से अधिकारियों की ओर से देरी करने पर भी अंकुश लगेगा। वहीं कागजी कार्रवाई नहीं होने से कार्य भी जल्दी होंगे। योजना से जुडऩे के लिए अंतिम तिथि 31 दिसम्बर है। इसके लिए किसान को आधार कार्ड, भामाशाह क्रमांक आदि कृषि पर्यवेक्षक या बैंक अधिकारी को देना होगा। इसके बाद उसका ऑन लाइन बीमा कट जाएगा। सरकार की ओर से अलग-अलग जिलों में ऑनलाइन के लिए बीमा प्रीमियम की राशि तय की है। झुंझुनूं जिले में पांच फसलों को इसमें शामिल किया गया है।
अब मिलेगा 30 प्रतिशत खराबे पर क्लेम
पूर्व में उक्त योजना के तहत किसानों को ज्यादा खराबे पर क्लेम दिया जाता था। अधिकारियों के अनुसार पूर्व में 50 प्रतिशत से अधिक खराबे पर किसानों को मुआवजा मिलता था। लेकिन अब इस योजना में खराबे का प्रतिशत घटा दिया गया है। अब 30 प्रतिशत से अधिक खराब होने पर किसानों को मुआवजा मिलेगा।
फसल बीमित राशि प्रति हैक्टेयर कृषक द्वारा देय प्रीमियम
जौ 25348 380
चना 18855 283
मैथी 29681 974
सरसों 20569 309
गेहूं 34059 511
प्रधानमंत्री फसल योजना को ऑनलाइन किया गया है। किसान 31 दिसम्बर तक आधार कार्ड, भामाशाह क्रमांक आदि बैंक अधिकारी या कृषि पर्यवेक्षक को उपलब्ध करवा दे ताकि बीमा प्रीमियम ऑन लाइन लिया जा सके।
सुभाषचंद्र सीगड़, सहायक कृषि अधिकारी, नवलगढ़
बड़ी खबरें
View Allट्रेंडिंग
