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राजस्थान में लोकसभा चुनाव की ऐतिहासिक हार, जिसकी देशभर में हुई थी चर्चा, जानिए…

Lok Sabha Elections 2024 : झुंझुनूं। लोकसभा चुनाव 2024 में होना है। लेकिन, एक लोकसभा चुनाव आज भी लोगों की ज़ुबां पर है। दरअसल, झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में हुआ 1971 का चुनाव ऐतिहासिक था।

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किसान के बेटे शिवनाथ सिंह गिल ने देश के दिग्गज उद्योगपति केके बिरला को हराया था।

Lok Sabha Elections 2024 : झुंझुनूं। लोकसभा चुनाव 2024 में होना है। लेकिन, एक लोकसभा चुनाव आज भी लोगों की ज़ुबां पर है। दरअसल, झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में हुआ 1971 का चुनाव ऐतिहासिक था। जिसकी देशभर में चर्चा हुई थी। अब लोकसभा चुनाव होने वाले हैं तो इससे पहले 1971 के लोकसभा चुनाव की याद फिर से ताजा हो गई है।

1971 में झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में कुल नौ प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला देश के दिग्गज उद्योगपति एवं बिरला खानदान के कृष्ण कुमार बिरला (केके) व किसान के बेटे शिवनाथ सिंह गिल के बीच था। इस चुनाव में बिरला की हार देशभर में चर्चा का विषय रही। देश के उस समय के सभी प्रमुख समाचार पत्रों के पहले पेज पर यह खबर प्रकाशित हुई थी। आज भी लोकसभा चुनाव के दौरान उस चुनाव की चर्चा जरूर होती है। चर्चा भी जीत से ज्यादा हार की होती है।

झुंझुनूं लोकसभा सीट से 1952 से 62 तक के चुनाव में कांग्रेस के राधेश्याम आर मोरारका तीन बार चुनाव जीतने के बाद चौथा चुनाव आर के बिरला से हार गए थे। इसके बाद पांचवें चुनाव (1971) में मोरारका की जगह कांग्रेस ने शिवनाथ सिंह गिल को अपना प्रत्याशी बनाया। गिल मूल रूप से उदयपुरवाटी उपखंड की गिलों की ढाणी के रहने वाले थे। उस चुनाव के बाद गिल को बिरला पछाड़ सांसद कहा जाने लगा। गिल को 59.79 प्रतिशत मत मिले, जबकि एसडब्ल्यूए पार्टी से चुनाव लड़ने वाले केके बिरला को 33.30 प्रतिशत मत ही मिले थे।

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गिल पर जनता ने विश्वास कर बिरला को हरवाया था, लेकिन दूसरी बार जनता ने उन पर विश्वास नहीं किया। अगले ही चुनाव (1977) में वह कन्हैयालाल से सवा लाख से ज्यादा मतों से हार गए। गिल एक बार ही लोकसभा में पहुंच सके।

पिलानी में जन्मे केके बिरला ने इसके बाद कभी झुंझुनूं से चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन बिरला 1984 से 2002 तक लगातार अठारह वर्ष तक राज्यसभा सदस्य (सांसद) रहे। बिरला के पिता घनश्यामदास बिरला की गिनती उस समय देश के प्रमुख उद्योगपतियों में होती थी।

-मतदान प्रतिशत 63.02
-कुल प्रत्याशी 9

जीत का अंतर-98949

शिवनाथ सिंह गिल - 223286

केके बिरला - 124337

घासीराम - 9548

हुनता राम - 5072

बलदेव प्रसाद - 3143

दूलाराम - 3013

महादेव प्रसाद - 2113

बृजमोहन - 1801

तारावती - 1113

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