पूछताछ में सामने आया कि आरोपी राकेश मीणा सिंघाना की एक फाइनेंस कपनी में लोन की किश्त उगाही का कार्य करता था। काम के सिलसिले में ही युवती के साथ उसकी जान पहचान हो गई। बाद में उसने युवती को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। पिछले शनिवार की रात को उसने युवती के घर के समीप बने उप स्वास्थ्य केन्द्र में बुलाया। जहां पर उसने युवती के साथ बलात्कार किया। इसके बाद वहां पर पड़ी सीमेंट की ईंट से युवती के सिर व चेहरे पर वार कर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने युवती के शव को उसी परिसर में बने बाथरूम में पटक दिया और मौके से फरार हो गया। वारदात के बाद आरोपी राकेश मीणा अपने रिश्तेदारों के पास छुपने के लिए निकल गया। इसी बीच अजीतगढ़ थाने के मानगढ़ इलाके में आरोपी खून से सने कपडों में घूमता हुआ मिला। इस पर कांस्टेबल सुरज्ञान ने उसे पकड लिया और गहनता से पुछताछ की तो उसने वारदात कबूल ली।
गिरफ्तार करने वाली टीम
गिरफ्तार करने वाली टीम में खेतड़ीनगर थानाधिकारी विजय कुमार चंदेल, एचसी राजेश, सुशीला, राजेन्द्र, नेमीचंद, अनील, अजीतगढ़ थानाधिकारी मुकेश कुमार, सुरज्ञान, राजेन्द्र कुमार, इन्द्रजीत, सुभाष मौजूद थे। वहीं कार्रवाई में विशेष भुमिका अजीतगढ़ थाने के कांस्टेबल सुरज्ञान की रही।
लोगों ने दिया था धरना
वारदात के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सर्व समाज के लोगों ने खेतड़ी के राजकीय अजीत अस्पताल के आगे धरना भी दिया था। उन्होंने सात दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी थी। युवती पर शक के चलते की हत्या
जानकारी के अनुसार आरोपी और युवती के बीच आठ माह पहले जान पहचान हुई थी। छह माह तक दोनों के बीच सब कुछ सही चलता रहा। पिछले दो माह से युवती ने आरोपी से फोन पर बात करना कम कर दिया। इस पर आरोपी राकेश मीणा युवती पर शक करने लग गया। दोनों के बीच लडाई भी हो गई और दोनों ने बातचीत करना बंद कर दिया। कुछ दिन पहले ही दोनों के बीच फिर से बातचीत शुरू हुई। लेकिन आरोपी युवती के प्रेम संबंध पर शक करने लग गया। युवती द्वारा लगातार आरोपी को नजरअंदाज करने पर आरोपी ने हत्या करने की मंशा बना ली। उसने अंतिम बार मिलने की बात कहकर युवती को बुलाया और उसकी हत्या कर दी।