
झुंझुनूं.
उदयपुरवाटी मार्ग पर दोरासर गांव में संचालित सैनिक स्कूल ( Jhunjhunu Sainik School ) पर बड़ा दाग लग गया है। यहां के 12 बच्चों के साथ स्कूल में पिछले एक साल से कुकर्म ( Jhunjhunu sainik school Teacher scandal ) हो रहा था। कुकर्म करने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद स्कूल का शिक्षक ही ऐसा घिनोना कार्य कर रहा था। शिक्षक बच्चों को इतना डराकर रखता था कि कोई उसकी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। आखिर दो बच्चों ने हिम्मत कर प्राचार्य को शिकायत की तो शेष बालक भी सामने आए हैं।
पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया ( sainik school Jhunjhunu )
शिकायत सामने आने के बाद स्कूल के प्राचार्य अभिलाष सिंह ( sainik school Jhunjhunu ) ने इस संबंध में स्कूल के शिक्षक के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने बताया कि सैनिक स्कूल का शिक्षक रवींद्र सिंह शेखावत स्कूल में पढऩे वाले 12 बच्चों के साथ एक वर्ष से कुकर्म कर रहा था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच एससीएसटी सैल के उप अधीक्षक ज्ञान सिंह को सौंपी गई है। आरोपित का परिवार बीकानेर में रहता है।
बेटियों को प्रवेश के लिए दी थी अनुमति ( crime in Jhunjhunu sainik school )
हाल ही में सरकार ने अनुमति दी थी कि सैनिक स्कूलों में बेटियों को भी प्रवेश दिया जाए, ऐसे में सवाल उठता है कि जब बच्चे ही सैनिक स्कूल में सुरक्षित नहीं है तो बेटियां कैसे सुरक्षित रह सकती है।
प्रबंधन पर सवाल
अब सवाल उठता है कि एक साल से मासूम बच्चों के साथ कुकर्म होता रहा। शिक्षक उनको डराता रहा धमकियां देता रहा और वहां के प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगा। ऐसे में उनके प्रबंधन पर भी सवाल उठने लगा है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है जांच के अनेक बच्चे और सामने आ सकते हैं। इधर, इस घटना के बाद अनेक परिजनों को चिंता सता रही है। मंगलवार को अनेक परिजन बच्चों से मिलने भी आए।
इनका कहना है
आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- ज्ञान सिंह, जांच अधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक
बड़ा सवाल? पुलिस क्यों छिपाती रही आरोपी को
देशभर में दुष्कर्म व बच्चों के यौन उत्पीडऩ का मामला गर्माया हुआ है। अनेक जगह जनता में गुस्सा है, लेकिन झुंझुनूं पुलिस पूरे मामले को दबाती रही। आखिर उसने ऐसा क्यों किया, यह बड़ा सवाल है। क्या झुंझुनूं पुलिस भी दबाव में काम कर रही है। अगर दबाव है तो किस का है। क्योंकि मामला 8 दिसम्बर को दर्ज करवा दिया गया था, लेकिन पुलिस इसे छिपाती रही। इसके अलावा आरोपी को फोटो तक उपलब्ध करवाने में आनाकानी करती रही? ऐसे में सदर थाने की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पोक्सो की भी धारा
आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट की भी धारा लगाई गई है। वहीं पुलिस ने छह बच्चों के 164 में कोर्ट में बयान करवाए गए हैं।
आरोपी की पत्नी भी शिक्षक
आरोपी खुद शिक्षक है तथा उसकी पत्नी भी शिक्षक है। सभी बच्चों की उम्र 12 से 14 वर्ष के करीब है।
एक्सपर्ट व्यू
बच्चों के साथ यह गलत कार्य हुआ है। इसमें अलग-अलग धाराओं में बीस वर्ष की सजा हो सकती है। इसके अलावा इसमें उम्र कैद की भी सजा का प्रावधान है।
- संजय महला, वरिष्ठ अधिवक्ता राजस्थान हाइकोर्ट
Updated on:
11 Dec 2019 01:27 am
Published on:
11 Dec 2019 01:17 am
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