
अब नहीं लगेगा सीटी स्कैन, सोनोग्राफी, डायलिसिस का एक भी रुपया
झुंझुनूं. मुख्यमंत्री की ओर से हाल ही में बजट में चिकित्सा क्षेत्र में निशुल्क की गई सुविधाओं का मरीजों को पूर्णतया लाभ एक मई से मिलना शुरू हो जाएगा। निशुल्क ओपीडी, आईपीडी की पर्चियां एक अप्रेल से ही निशुल्क कर दी गई थी। जबकि डायलिसिस, सिटी स्कैन, सोनोग्राफी समेत अन्य महंगी चिकित्सा सुविधाओं के लिए अस्पतालों को एक महीने ड्राइरन करने के लिए कहा गया था। एक मई से लोगों को सौ फीसदी इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन व डायलिसिस की सुविधा है। जहां एक अप्रेल से से पहले मरीजों से इसका चार्ज लिया जाता था। जबकि सोनोग्राफी पहले से निशुल्क थी। हालांकि बीडीके अस्पताल में डायलिसिस और सीटी स्कैन एक अप्रेल से ही निशुल्क करने की बातें कही जा रही हैं। जिले के दोनों ही बड़े अस्पताल बीडीके और नवलगढ़ में एमआरआई की सुविधा नहीं है। इसके लिए मरीजों को जयपुर जाना पड़ेगा। यहां से जिन मरीजों को एमआरआइ के लिए रैफर करने पर निशुल्क मिल सकेगी। एमआरआई के लिए बड़ी संख्या में मरीजों को जयपुर जाना पड़ता है।
दो बड़े अस्पतालों में मशीनरी की स्थिति
जिला मुख्यालय स्थित राजकीय भगवानदास खेतान अस्पताल में डायलिसिस और सीटी स्कैन पीपीपी मोड पर है। यहां पर दो डायलिसिस मशीनें और सीटी स्कैन की सुविधा है। वहीं, नवलगढ़ के उप जिला अस्पताल की बात की जाए तो यहां पर तीन डायलिसिस मशीनें हैं। सीटी स्कैन व सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है। सीटी स्कैन और सोनाग्राफी की जल्द ही मशीनें आने की बातें कही जा रही है।
निशुल्क दवाओं का दायरा बढ़ाया
एक तरफ जहां सरकार ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान कर दिया गया है। वहीं, अब इसमें निशुल्क दवाओं का दायरा भी बढ़ाया गया है।
मरीजों को मिलेगी राहत...
एक व्यक्ति को एक बार डायलिसिस कराने पर कम से कम पांच हजार रुपए का खर्चा आता है। यह मरीजों की स्थिति पर निर्भर करता है कि उन्हें कितने दिनों, महीने या साल में डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। ऐसे में आर्थिक स्थिति से कमजोर हजारों रोगी हैं, जिन्हें इसका फायदा मिल सकेगा। इसके अलावा बाहर से एक बार सोनोग्राफी कराने पर एक व्यक्ति से आठ सौ रुपए लिए जाते हैं। वहीं, सीटी स्कैन की बात की जाए तो 1600 से तीन हजार रुपए लगते हैं।
एक साल के दौरान की गई डायलिसिस
-बीडीके अस्पताल में एक साल के दौरान डायलिसिस-2100
-राजकीय उप जिला अस्पताल नवलगढ़ में डायलिसिस-2500
इकना कहना है...
अस्पताल में डायलिसिस और सिटी स्कैन पीपीडी मोड पर हैं। एक अप्रेल से ही मरीजों को निशुल्क सुविधा देना शुरू कर दिया गया है। एक मई से भी सौ फीसदी मरीजों को सुविधा मिल सकेगी।
डा. वीडी बाजिया, पीएमओ राजकीय बीडीके अस्पताल (झुंझुनूं)
अस्पताल में डायलिसिस की तीन मशीनें हैं और निशुल्क किया जा रहा है। सोनोग्राफी व सिटी स्कैन की सुविधा अस्पताल में नहीं है। जल्द ही दोनों का सेटअप होने वाला है। एक साल के दौरान हमने ढाई हजार डायलिसिस किए हैं।
डा. सुरेश भास्कर, पीएमओ राजकीय उप जिला अस्पताल (नवलगढ़)
Published on:
30 Apr 2022 10:43 pm
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