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Rajasthan के जवान ने मणिपुर में दस साथियों को क्यों गोली मारी, फिर खुद को उड़ाया, पांच दिन पहले हुआ था तबादला…

Rajasthan CRPF jawan firing: उनके परिवार में पत्नी अनिता, 14 साल की बेटी एकता और 9 साल का बेटा अमित है।

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Imphal CRPF Camp Shootout: मणिपुर के इम्फाल वेस्ट जिले में गुरुवार रात 8.20 बजे crpf कैंप में एक खौफनाक घटना घटी, जिसने पूरे देश को चौंका दिया। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के हेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार मेघवाल ने अपनी ही यूनिट के जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस हमले में सब इंस्पेक्टर तिलकराज और कॉन्स्टेबल राजीव रंजन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 8 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद संजय कुमार ने अपनी ही सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

कौन था हेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार मेघवाल…

बिगोदना गांव ,पिलानी, झुंझुनूं के रहने वाले संजय कुमार साल 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वह 120वीं बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे और हाल ही में उन्हें मेघालय से मणिपुर भेजा गया था। सिर्फ 5 दिन पहले मणिपुर पहुंचे संजय के इस कदम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उनके परिवार में पत्नी अनिता, 14 साल की बेटी एकता और 9 साल का बेटा अमित है।

आखिर क्यों हुई ये फायरिंग…

बताया जा रहा है कि इस केस की पूरी जांच की जा रही है। इतनी बड़ी घटना के पीछे आखिर क्या कारण हो सकता है। जानकारों का कहना है कि मानसिक मानसिक तनाव या पोस्टिंग का दबाव, या फिर कैंप के अंदर किसी विवाद की वजह से या कोई अंदरूनी साजिश या टकराव के कारण भी इस तरह के हालात पैदा हो सकते हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की गंभीर तरीके से जांच की जा रही है।

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उधर घायल जवानों को इम्फाल के रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया है। फिलहाल सीआरपीएफ की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन घटना के कारणों की जांच तेज कर दी गई है। वहीं संजय कुमार का पार्थिव शरीर दिल्ली होते हुए उनके पैतृक गांव बिगोदना लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि आज दोपहर तक अंतिम संस्कार किया जाएगा। गांव में शोक की लहर है और उनके परिवार को इस घटना पर यकीन नहीं हो रहा।