टाटा ट्रस्ट एवं संबंध हैल्थ फाउंडेशन, गुडग़ांव की ओर से ‘टोबेको फ्री राजस्थान’ अभियान के तहत आयोजित मीडिया वर्कशॉप में सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. पवन सिंघल ने गेट्स सर्वे की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि तम्बाकू जनित रोगों से भारत में हर साल करीब साढ़े 13 लाख लोगों की मौत हो जाती है। देश में 26.7 करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं, जो कि बेहद चिंताजनक बात है।
एम्स जोधपुर के ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित गोयल ने कहा कि तम्बाकू से होने वाली बीमारियों के उपचार पर देश में सालाना एक लाख चार हजार 500 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं, जबकि सरकार को महज 17 हजार करोड़ के राजस्व की प्राप्ति हो पाती है। उन्होंने धूम्रपान के दुष्प्रभाव बताते हुए कहा कि इससे पैरों की बीमारी होती है जिससे कई बार रोगी का रोगग्रस्त पैर ही काटना पड़ता है।
संबंध हैल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ), संबंध हैल्थ फाउंडेशन(एसएचएफ) गुडग़ांव के ट्रस्टी संजय सेठ ने ‘एमपावर’ व कोटपा एक्ट-2013 के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। वीओटीवी की डायरेक्टर आसिमा शरीन ने वीओटीवी की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी।
फैक्ट फाइल : एक नजर
ग्लोबल एडल्ट टोबेका सर्वे (गेट्स) 2016-17 के मुताबिक राजस्थान में 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के 5 करोड़ 10 लाख लोग हैं, जिनमें से 24.7 फीसदी यानी एक करोड़ 20 लाख लोग तम्बाकू जनित उत्पादों का सेवन करते हैं। इनमें 2.8 प्रतिशत अर्थात् 14 लाख लोग सिगरेट, 11.4 फीसदी यानी 58 लाख लोग बीड़ी, जबकि 14.1 फीसदी यानी 72 लाख लोग तम्बाकूजनित पदार्थों का सेवन करते हैं।