7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Cyber Crime: जोधपुर पुलिस को मिली कामयाबी, साइबर ठगों के सिम सप्लायर गिरफ्तार, मजदूरों को बनाते थे शिकार

Rajasthan Cyber Crime: पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, 31 मोबाइल फोन, 1 चेक बुक, 104 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, 9 हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक, आधार, पैन कार्ड और हिसाब की डायरी जब्त की है।

2 min read
Google source verification
Fake SIM gang

पत्रिका फोटो

राजस्थान की जोधपुर पुलिस ने फर्जी सिम एक्टिवेट कर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाने वाली गैंग का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपियों ने अब तक साइबर ठगों को करीब 300 फर्जी सिम उपलब्ध करवाई। इन फर्जी सिम के जरिए करीब 50 लाख की साइबर ठगी की वारदातों का पता चला है।

2 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, 31 मोबाइल फोन, 1 चेक बुक, 104 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, 9 हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक, आधार, पैन कार्ड और हिसाब की डायरी जब्त की है। पुलिस टीम ने सांगरिया फांटा राधा कृष्ण विहार निवासी राहुल कुमार झा (30) पुत्र रमन झा और उसके साथी सांगरिया इंद्रा नगर निवासी मोहम्मद इकबाल (25) पुत्र इब्राहिम अली तेली को गिरफ्तार किया है।

पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज ने बताया कि सूचना मिली थी कि सालावास रोड पर राहुल मोबाइल वाला फर्जी सिम जारी करता है। इसके बाद बासनी थाना अधिकारी नितिन दवे और हेड कांस्टेबल प्रेम चौधरी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने फर्जी आईडी पर ल‍िए गए सिम नंबरों की जांच की तो पता चला कि एक-एक व्यक्ति के नाम से चार से पांच सिम हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी मजदूरों को अपने जाल में फंसाते थे।

यह वीडियो भी देखें

अब तक 50 लाख की ठगी

जब भी कोई मजदूर उसकी दुकान पर नई सिम लेने आता था तो आरोपी राहुल सिम एक्टिवेट करने के बहाने उसे कई बार दुकान पर बुलाता था। हर बार मजदूर का फिंगर प्रिंट, आधार कार्ड और फोटो ले ली जाती थी। इसके बाद एक ही मजदूर के नाम से कई सिम जारी कर दी जाती थी। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया क‍ि अब तक 300 सिम फर्जी तरीके से एक्टिवेट कर साइबर ठगी करने वाले भरतपुर और मेवात की गैंग को सप्लाई की है। जांच में पाया गया कि इन सिम से अब तक 50 लाख की साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया गया है।

यह भी पढ़ें- सावधानी रखें, किसी लालच में न आए… नहीं तो हो सकते हैं साइबर ठगी के शिकार