script

दो माह में ही बढ़ गए 25 प्रतिशत निर्यातक

locationजोधपुरPublished: Oct 22, 2021 08:11:21 pm

Submitted by:

Avinash Kewaliya

– मिशन निर्यातक बनो अभियान बढ़ा सकता है जोधपुर की रफ्तार
 

दो माह में ही बढ़ गए 25 प्रतिशत निर्यातक

दो माह में ही बढ़ गए 25 प्रतिशत निर्यातक

जोधपुर।
सिर्फ दो माह में ही निर्यातकों की संख्या पहले की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ गई, यह बात भले ही थोड़ी हैरान करने वाली है, लेकिन सत्य है। प्रदेश सरकार के ‘मिशन निर्यातक बनो अभियान’ में इसकी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि अभी निर्यात पर इसका कितना सकारात्मक असर आएगा, यह कुछ माह बाद ही पता चल जाएगा।
मिशन निर्यातक बनो अभियान करीब दो माह पहले सरकार ने शुरू किया। यह महत्वकांक्षी अभियान है जिसके जरिये इकॉनोमी रेट को तेजी से आगे ले जाना है। विदेशों से धन संग्रह इसमें काफी मददगार होगा। जोधपुर जो कि प्रदेश के निर्यातकों के टॉप शहरों मे शामिल है, यहां के अब तक इसके सकारात्मक परिणाम दिखे हैं। दो माह में 250 से ज्यादा नए आयात-निर्यात कोड जारी हुए हैं। हालांकि निर्यात का जो आंकड़ा है वह एकाएक नहीं बढ़ा है। लेकिन यह कोड भी उन्हीं लोगों को दिए जा रहे हैं जो कि आने वाले समय में आयात-निर्यात में सक्षम हों।
फैक्ट फाइल

– 2074 का लक्ष्य है जोधपुर को
– 245 अब तक आयात-निर्यात कोड जारी हुए इस अभियान में

– 800 से ज्यादा अकेले हैंडीक्राफ्ट सेक्टर में निर्यातक हैं जोधपुर के
– 3 हजार करोड़ का सालाना निर्यात है जोधपुर से
– 3 गुना तक करना है इस अभियान के परिणाम के तौर पर

तो तीन गुना होंगे निर्यातक
इस अभियान के तहत जोधपुर जिला उद्योग केन्द्र को 2074 नए आयात-निर्यात कोड जारी करने का लक्ष्य दिया गया है। अगस्त से लेकर अब तक 245 कोड जारी किए जा चुके हैं। यदि शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो जाता है तो जिले मे कुल निर्यातकों की संख्या 3 हजार के पार जा सकती है तो कि वर्तमान संख्या का करीब तीन गुना होगी।
हैंडीक्राफ्ट सबसे आगे

जोधपुर से सर्वाधिक निर्यात हैंडीक्राफ्ट का होता है। अकेले इस उद्योग से ही 800 निर्यातक जुड़े हैं। इसके अलावा ग्वारगम, टेक्सटाइल, स्टील इंजीनियरिंग, एग्रो फ़ूड और स्टोन इंडस्ट्री के भी कुछ संख्या में निर्यातक है।
रिफाइनरी भी बदलेगी दशा
जिले से वर्तमान में 3 हजार करोड़ का सालाना निर्यात होता है। इसमें बड़ी हिस्सेदारी हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की है। लेकिन आने वाले समय में निर्यातकों की संख्या बढऩे और रिफाइनरी को देखते हुए नए आयाम खुल सकते हैं। ऐसे में जिले से निर्यात का लक्ष्य 10 हजार करोड़ से बाहर पहुंचाना है।

ट्रेंडिंग वीडियो