थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि पाली रोड पर आशियाना अमरबाग निवासी आरना (11) पुत्र डॉ. प्रवीण कुमार आनंद ने वार्डरोब (अलमारी) के कूंदे पर कपड़े से फंदा लगाया है। इस दौरान वैज्ञानिक पिता घर नहीं थे। वो देर रात घर लौटे तो पुत्री आरना को फंदे पर लटका पाया। फंदे से उतार उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाया। पिता की ओर से मर्ग दर्ज करने के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। मासूम के पिता वैज्ञानिक हैं और मां डॉक्टर हैं। उसकी एक बड़ी बहन भी है।
टेबलेट जब्त
पुलिस ने आत्महत्या की वजह बने टेबलेट को जब्त किया है। जिसकी जांच की जाएगी। ताकि यह पता लगाया जा सके कि टोकने के दौरान वह टेबलेट में क्या कर रही थी। पुलिस का कहना है कि आरना 5वीं कक्षा की छात्रा थी। माता-पिता अपनी ड्यूटी पर चले जाते हैं। पीछे दोनों बहनें ही रहती थी। इस दौरान आरना मोबाइल देखने की आदी हो गई। वह लगातार टेबलेट का उपयोग करती रहती थी। इसको लेकर चिकित्सक मां ने उसे उलाहना देकर डांट दिया था। उसे पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की नसीहत दी गई थी। इससे मासूम आरना ने आपा खो दिया। मां घर के काम में व्यस्त हो गईं। तब पीछे आरना ने चद्दर से फंदा बनाया और कमरे की वार्ड रोब के कूंदे पर लटक गई।