थानाधिकारी दिनेश लखावत ने बताया कि नर्सिंग ऑफिसर प्रदीप सिंह के बैंक खाते से शातिर ठग ने दो बार में 97248 रुपए निकाल लिए थे। जबकि प्रदीपसिंह के पास ठगों का कोई सॉर्स नहीं था। ठगी का पता लगने पर नर्सिंग ऑफिसर ने पुलिस में शिकायत दी। इस पर पुलिस तुरंत हरकत में आई। कम्प्यूटर ऑपरेटर व कांस्टेबल सुरेश बिश्नोई ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (यूपीआइ) प्लेटफॉर्म कम्पनी के विशेषज्ञों से सम्पर्क कर लेन-देन को ट्रैस कर लिया। राशि खाते में स्थानान्तरित नहीं हुई थी। इसलिए उस राशि को प्रदीप सिंह के बैंक खाते में रिफण्ड करवा लिया गया। कांस्टेबल सुरेश बिश्नोई ने विभिन्न लोगों के छह लाख से अधिक रुपए खाते में रिफण्ड करवाए हैं।