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समर्थक हुए बेकाबू,आसाराम को साजिश में फंसाया गया..

locationजोधपुरPublished: Oct 25, 2017 07:21:42 pm

Submitted by:

Harshwardhan bhati

– आसाराम मामले में शुरू हुई अंतिम बहस में पहले बचाव पक्ष ने शुरू किए अपने तर्क
 

aasaram bapu latest news

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नाबालिग छात्रा के यौन षोषण के आरोप में पिछले चार साल से केन्द्रीय कारागृह में बंद आसाराम मामले में बुधवार से अजा-अजा न्यायालय में अंतिम बहस शुरू हुई। अंतिम सुनवाई के पहले रोज बचाव पक्ष ने बहस शुरू करते हुए कहा कि आसाराम व उनके सहायोगियों को षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि घटना जोधपुर जिले के एक गांव की बताई जाती है, लेकिन प्रथम सूचना रिर्पोर्ट दिल्ली दर्ज कराई गई। इससे शिकायतकर्ता पर संदेह गहराता है।
गौरतलब है कि सामान्य मामलों में अंतिम बहस पहले अभियोजन पक्ष की ओर से शुरू की जाती है, लेकिन मामला पोक्सो एक्ट में दर्ज होने के कारण इस मामले में विशिष्ट न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने बचाव पक्ष को पहले बहस शुरू करने की अनुमति दी। अपराह्न तीन बजे शुरू हुई बहस करीब डेढ़ घंटे तक चली, लेकिन समयाभाव के कारण बहस अधूरी रही। इस मामले की गुरुवार को फिर सुनवाई होगी। बहस के दौरान सरकार की ओर से नियुक्त विशिष्ट लोक अभियोजक पोकरराम विश्नोई तथा पीडि़ता की ओर से प्रमोदकुमार वर्मा उपस्थित थे।
समर्थक हुए बेकाबू
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद पिछले माह तक आसाराम के समर्थक कोर्ट परिसर में बहुत कम नजर आने लगे थे, लेकिन दिवाली की छुट्टियां खत्म होने के बाद से पिछली सुनवाइयों के दौरान आसाराम के समर्थकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आसाराम को बुधवार को अपराह्न 2.40 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस वैन से उतरते ही समर्थक उमड़ पड़े। पुलिस ने सभी को वहां से हटाया।

आसाराम अंतिम सुनवाई के लिए जोधपुर कोर्ट में पेश
अनुसूचित जाति जनजाति के विशिष्ट न्यायालय के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा की अदालत में चल रहे नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के मामले में अभी आसाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। आज मामले में अंतिम बहस होनी है। इसे देखते हुए आसाराम समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। लोग यहां अलग अलग समूह खड़े हैं। आपको बता दें कि आज यह मामला अंतिम बहस के लिए रखा गया है। सीबीआई की ओर से नियुक्त विशिष्ट लोक अभियोजक कुछ देर में अंतिम बहस शुरू करेंगे।
मेरी तो रोज दिवाली
सोमवार को पेशी पर आए आसाराम बापू ने मीडिया से रूबरू होकर कहा मेरी तो रोज दिवाली है, हरी करे सों खरी। कोर्ट की खराब पड़ी लिफ्ट पर तंज कसा और कहा यहाँ तो रोज यही हाल है। दीपावली के बाद पहली बार कोर्ट पहुंचे आसाराम को देखने भक्तों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पडी़। नाबालिग से यौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम का मामला अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। अनुसूचित जाति जनजाति अदालत में बुधवार को बचाव पक्ष के सभी गवाहों के बयान पूरे हो गए। मामला अंतिम बहस के लिए 23 अक्टूबर को रखा जा रहा है। सुनवाई के बाद अदालत से बाहर निकले आसाराम के चेहरे पर आस की किरण नजर आ रही थी। आसाराम ने कहा मैं भी चाहता हूं कि मामला जल्द पूरा हो जाए। चलो अब अंतिम बहस के साथ मामला पूरा हो जाएगा, जो होगा वह अच्छा होगा। मुझे भगवान पर पूरा भरोसा है। न्यायपालिका पर विश्वास है।
गौरतलब है कि 01 सितम्बर 2013 को नाबालिग से यौन दुराचार के आरोप में छिंदवाड़ा के आश्रम से आसाराम को गिरफ्तार कर पुलिस जोधपुर लेकर आई थी। तब से आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में है। न तो उसे जमानत मिली और न ही अन्य राहत मिली। इस मामले में जहां अभियोजन ने 44 गवाहों एवं बचाव पक्ष की ओर से 31 गवाहों के बयान करवाए गए।
अनुसूचित जाति जनजाति के विशिष्ट न्यायालय में सोमवार 25 सितंबर को नाबालिग लड़की से यौन दुराचार के आरोपी आसाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच दोपहर ढाई बजे पेश किया। न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा की अदालत विशिष्ट लोक अभियोजक पोकरराम विश्नोई तथा पीडि़ता के वकील प्रमोदकुमार वर्मा ने बचाव पक्ष के गवाह जम्मू.कश्मीर के नोवाबाद जिला पुलिस के सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार से जिरह पूरी की।
गाौरतलब है कि नोवाबाद जिले में आसाराम के एक समर्थक द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया था कि जोधपुर में कुछ लोग आसाराम से रुपए ऐंठने के लिए ब्लैकमेल कर झूठे मुकदमे में फंसा रहे हैं। उस मुकदमे में अनुसंधान अधिकारी रहे सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार से जिरह की गई।अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को होगी। इसमें रिलाइंस कम्यूनिकेशन के नोडल अधिकारी के पेश होने की संभावना है । दूसरी ओर अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या 3 में आसाराम के खिलाफ चल रहे आईटी एक्ट के तहत मामले की सुनवाई 6 अक्टूबर को होगी।

पिछली सुनवाई में कहा, मैं ***** हूं

आसाराम हमेशा अपने अजीबोगरीब बयानबाजी के लिए सुर्खियों में रहे हैं। देश में कोई भी समसामयिक मुद्दा रहा होए आसाराम की उस पर टिप्पणी जरूर हुआ करती थीए लेकिन पिछले कुछ समय से आसाराम ने चुप्पी साध रखी थी। ये चुप्पी गुरुवार को उस समय टूट गई जब एक मीडियाकर्मी ने उनसे कुछ ऐसा पूछ लियाए जो उन्हें शायद नागवार गुजरा।
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