एएनपीआर कैमरों का अभाव कमाण्ड कन्ट्रोल सेंटर को अत्याधुनिक तो कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कई तरह की खामियां हैं। सीसीटीवी कैमरों में नाइट विजन नहीं हैं। यही वजह है कि रात्रि में वारदात होने पर अपराधियों का पता लगाने के लिए पुलिस को खासी परेशानी होती है। वहीं, ऑटोमैटिक नम्बर प्लेट रिकॉग्नाजेशन (एएनपीआर) भी नहीं हैं। चलते वाहनों की नम्बर प्लेट से पंजीयन नम्बर रिकॉर्ड में रखते हैं। जिले या शहरी सीमा पर एएनपीआर कैमरों की कमी खल रही है।
कमाण्ड कन्ट्रोल सेंटर में कैमरों की संख्या एचडी कैमरे : 746 पीटीजेड कैमरे : 152
चेतक पर कैमरे : 17 स्पीड डिटेक्शन कैमरे : 6
————————————————- केस : 1 लाइव मॉनिटरिंग से अपहृत युवती मिली
गत 16 मार्च को कमाण्ड कन्ट्रोल सेंटर में सीसीटीवी कैमरों की लाइव मानिटरिंग के दौरान गुरुवार को कचहरी परिसर के पास एक युगल संदिग्ध नजर आए थे। उदयमंदिर थाना पुलिस ने उन्हें पकड़कर पूछताछ की तो लड़की के नागौर से अपहृत होने का पता लगा। बाद में मकराना थाना पुलिस जोधपुर पहुंची और युवती को दस्तयाब कर ले गई थी।
केस : 2
जहरखुरानी करने वाली गैंग के सुराग मिले नवम्बर 2022 : एयरपोर्ट थानान्तर्गत अरविंद नगर में हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक के घर जहरखुरानी कर करोड़ों रुपए के जेवर और लाखों रुपए चोरी करने के मामले में पुलिस को सीसीटीवी कैमरों की मदद से नेपाली गैंग के नागौर भागने के सुराग मिले थे। इस आधार पर पुलिस पीछा करते हुए नागौर पहुंची थी, जहां से तिजोरी व कीमती आभूषण सुरक्षित पाए गए थे।
केस : 3
लूट होते ही कैमरे ने पकड़ी, लुटेरों को पकड़ा व्यस्ततम नई सड़क सर्कल के पास पैदल व्यक्ति से दो-तीन युवकों ने लूटपाट कर ली थी। कैमरों की मॉनिटरिंग कर रही पुलिस ने लुटेरे की हरकत कैद कर ली थी। संबंधित थाने की सूचित किया गया था। कैमरों की मदद से लुटेरों के फरार होने वाला रूट बनाकर तलाश की गई थी। जिसकी मदद से दो युवक पकड़े गए थे।