गौरतलब है कि गुडग़ांव से अहमदाबाद जा रहे ट्रक के चालक रमजान को गत १६ अक्टूबर को दो व्यक्तियों ने नशीली चाय पिलाकर बेहोश कर दिया था। फिर दोनों ने शैलेष मराठा के साथ मिलकर ट्रक व उसमें भरा सामान लूट लिया था। महाराष्ट्र की जेल में रहने के दौरान परिचित होने की वजह से शैलेष ने नरेश नवल से बात की और लूट का माल ठिकाने लगाने के लिए बुलाया। तब नरेश के साथ उसका भाई जुगल नवल सांगरिया फांटा पहुंचे, जहां हनुमानराम पटेल भी आ गया था। जुगल ने शैलेष को दो लाख रुपए देकर माल खरीद लिया था। फिर हनुमान ने नारनाडी में अपने मामा ओमाराम के खेत के बाड़े में पूरा ट्रक खाली कर दिया था।