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तीन दिन बाद पावटा मंडी में फलों की ब्रिकी नहीं होगी

  सैंकड़ों की भीड़ वाली मंडी में ग्राहक नजर नहीं आए

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After three days, there will be no sale of fruit in the Pawata mandi

तीन दिन बाद पावटा मंडी में फलों की ब्रिकी नहीं होगी


जोधपुर.

शहर की सबसे पुरानी पावटा मंडी में सैंकड़ों लोगों की भीड़ से पैर रखने की जगह नहीं रहती थी। वहीं रविवार को मंडी में इक्के-दुक्के लोग नजर आए। सुनसान हुए मंडी परिसर में अब केवल ठेले व छोटे व्यापारी सब्जियां बेच रहे हैं। मंडी में गाडिय़ों के प्रवेश पर पाबंदी के बाद अब महज दो से तीन दिन का स्टॉक रहा है। इसके बाद पावटा मंडी में फलों की बिक्री नहीं हो पाएगी। इधर मंडी प्रशासन ने पावटा मंडी में पाबंदी के बावजूद फलों की गाडिय़ां लाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। 24 घंटे तैनात गार्ड व पुलिसकर्मियों को फलों से भरी गाडिय़ों को प्रवेश नहीं देने के सख्त निर्देश दे रखे हैं।

पावटा मंडी के व्यापारियों को भदवासिया में शिफ्ट करने के लिए मंडी प्रशासन ने शनिवार को रात आठ बजे के बाद आलू, प्याज व फलों से भरी गाडिय़ों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। पाबंदी लगाने का उद्देश्य व्यापारियों को जल्द से जल्द भदवासिया मंडी में शिफ्ट करने का हैं। गाडिय़ों पर पाबंदी का असर रविवार को पावटा मंडी में नजर आया। शहर की सबसे पुरानी मंडी में रविवार को सैंकड़ों की भीड़ लगती थी। लोग छुट्टी के दिन सब्जी व फलों की खरीदारी करने आते थे। लेकिन रविवार को मंडी परिसर सुनसान नजर आया। महज छोटे व्यापारी व ठेले वाले सब्जी व फलों की बिक्री कर रहे थे। मंडी में गाडिय़ों की पाबंदी के बाद अब तीन दिन का स्टॉक बचा है। स्टॉक खत्म होने के बाद मंडी में फलों की बिक्री पूरी तरह से बंद हो जाएगी। इधर भदवासिया मंडी में व्यापारियों के दुकानों का निर्माण करवाने का काम जारी हैं। अब तक दो दर्जन से ज्यादा व्यापारियों ने दुकानों का निर्माण शुरू करवा दिया हैं।