शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. कुलदीपसिंह ने बताया कि पोषण के अभाव में शरीर में कई बच्चों के खून की कमी हो जाती है। कम उम्र में मां बनने पर बच्चा भी कमजोर होता है और संक्रमण का शिकार होता है। कमजोर बच्चे कौशल विकास में बाधा बनते हैं। ये बातें भी चिकित्सक वर्कशॉप में समझाते हैं। साथ ही बच्चों को लड़कियों की घटती संख्या व लिंगानुपात के बारे में बताया जाता है।
इन वर्कशॉप में बच्चे चिकित्सकों से गुलाबी व नीली पर्चियों पर प्रश्न पूछते है। एक मोबाइल एप के जरिए भी जानकारी साझा की जाती है। जो बिलकुल नि:शुल्क होती है। यह अनूठी पहल कनाडा के स्टार्स इन ग्लोबल हेल्थ के सहयोग से की जा रही है। इस कार्यक्रम में डॉ. नरेश नेभनानी, डॉ. चारू, डॉ. तनु, डॉ. एलिजा मित्तल, डॉ. अभिषेक भारद्वाज, डॉ. शिल्पी दीक्षित, डॉ. पंकज भारद्वाज,डॉ. पीपी शर्मा, भूपेन्द्र व काइमा सहयोग दे रहे हैं।