आरोपी पूर्व सरपंच ने वारदात से पहले अपना मोबाइल किसी परिचित के साथ दिल्ली भेज था और फिर वारदात को अंजाम दिया था। ताकि पुलिस की जांच में मोबाइल के आधार पर उसकी लोकेशन दिल्ली में आए और बच निकले, लेकिन वह बच नहीं पाया। सीसीटीवी कैमरे तोड़े, लेकिन उन्हीं से फंसा देचू थानान्तर्गत बारनाऊ गांव निवासी पूर्व सरपंच व हिस्ट्रीशीटर पोलाराम जाट ने वारदात को अंजाम देने के लिए पोलाराम ने पूरी साजिश रची थी।
खुद की भूमिका से बचने के लिए उसने वारदात से पहले ही अपना मोबाइल किसी परिचित के साथ दिल्ली भेज दिया था। फिर मंगलवार तडक़े अपनी लग्जरी कार में आठ-नौ साथियों के साथ लेडी डॉन के बंगले पहुंच गया था। उसने वहां लगे दो सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे, लेकिन पहली मंजिल पर लगा कैमरे में उसकी भूमिका कैद हो गई थी। इसके अलावा आवासीय कॉलोनी के चौकीदार ने कार नम्बर पुलिस को बता दिए थे। यही कार जैसलमेर रोड पर बम्बोर टोल प्लाजा से निकली थी। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में पूर्व सरपंच कैद हो गया था। पूरा बंगला जलाने की थी साजिश, सहयोगी पीछे हटे पूर्व सरपंच पोलाराम और लेडी डॉन सुमता उर्फ सुनीता बिश्नोई में बड़ी राशि के लेन-देन का विवाद है। पोलाराम कुछ दिनों से सुमता से कार भी मांग रहा था।
सुमता का कहना है कि मणिपुर से मादक पदार्थ की तस्करी के लिए वह कार मांग रहा था। जिसके लिए उसने मना कर दिया था। लेन-देन के बाद कार देने से इनकार करने पर वह गुस्सा हो गया था। उसने लेडी डॉन के बंगले को जलाने की साजिश रची थी। वह बीस लीटर जैरीकेन में डीजल भरकर साथियों के साथ आगजनी करने पहुंच गया था। कैमरे तोडऩे व बिजली आपूर्ति बंद करने के बाद आरोपियों ने घर में डीजल बिखेर दिया था। फिर जलता कपड़ा भी फेंका था, लेकिन आग पकड़ नहीं पाई थी।
साथ ही हमले में सहयोगी भी पीछे हट गए थे। अन्य सहयोगियों का सुराग नहीं, पूर्व सरपंच रिमाण्ड पर बोरानाडा थानाधिकारी मुकुट बिहारी ने प्रकरण में गिरफ्तार बारनाऊ निवासी पूर्व सरपंच पोलाराम जाट, चेराई निवासी सुरेश बिश्नोई व हरीश मेघवाल को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए।
आरोपियों से हमले में शामिल अन्य युवकों की गिरफ्तारी के संबंध में पूछताछ की जा रही है। व्हॉट्एेप चैट में धमकियों से पुष्टि आरोपी पूर्व सरपंच ने लेडी डॉन सुमता से कार देने के लिए व्हॉट्सएप पर कई संदेश भेजे थे। गत दिनों कार देने से मना करने के बाद आरोपी ने धमकी भरे संदेश भेजे थे। जो महिला के मोबाइल में सुरक्षित हैं। जो उसने हमले के बाद पुलिस को भी दिखाए थे।