उन्होंने जिस तरह से अपनी व्यथा व्यक्त किया है इससे उन्होंने सरकार को एक्सपोज करके रख दिया है। जो व्यक्ति बचपन से आरएसएस व भाजपा का व्यक्ति रहा है। जब वह ही यह कह रहा है तो समझ जाना चाहिए कि वर्तमान स्थितियां कैसी होंगी। मुख्यमंत्री ने चार साल उपेक्षा की है और हमारे ही किए गए कामों का आकर उद्घाटन कर दिया। रिफाइनरी को जिस तरह से बर्बाद किया गया है उससे जनता नाराज है। अब समय आ गया है और मारवाड़ की जनता मुख्यमंत्री को अच्छा सबक सिखाएगी। मुख्यमंत्री जो यहां आकर आंकड़ेबाजी कर गई हैं उसका कोई असर नहीं पडऩे वाला है। जालोर में कांग्रेस के कार्यक्रम में मचे हंगामे पर उन्होंने कहा कि मतभेद कहां नहीं होते हैं। चार महीनों में अब तक भाजपा राजस्थान का प्रदेशाध्यक्ष नहीं नियुक्त कर पाई है तो क्या यह उनका आपसी मतभेद नहीं है। इस सरकार का जाना अब निश्चित है।