जोधपुर जिले के खेजडली गांव में 291 साल पहले मां अमृता देवी के नेतृत्व में विक्रम संवत् 1787 को भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की दशमी को पेड़ों की रक्षार्थ प्राणों का परित्याग करने वाले 363 लोगों की याद में गुरुवार को खेजड़ली महंत शंकरदास के सान्निध्य में हवन व पूजन किया जाएगा। वनविभाग जोधपुर की ओर से खेजड़ली मेला स्थल पर किसी भी तरह का कार्यक्रम नहीं किया जाएगा। सहायक उपवन संरक्षक जोधपुर राजबिहारी मित्तल ने बताया कि कोविड गाइड लाइन के चलते पौधरोपण, पौध वितरण कार्यक्रम भी विभाग की ओर से स्थगित कर दिया गया है। अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय महासचिव मांगीलाल बूडिय़ा ने बताया कि खेजड़ली महंत शंकरदास के सान्निध्य में गुरुवार को सुबह 8 बजे हवन के बाद ध्वजारोहण किया जाएगा। गुरु जम्भेश्वर वन्यजीव एवं पर्यावरण विकास संस्थान के सदस्यों ने नई सड़क राजीव गांधी प्रतिमा के पास 363 दीप प्रज्ज्वलित कर खेजड़ली शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।