कॉपर खुद-बुर्द करने वाले मास्टरमाइण्ड का सुराग नहीं
जोधपुर. गुजरात में भरूच के पास स्थित फैक्ट्री से तैंतीस टन कॉपर प्लेटों के तेरह बंडल भरकर खुर्द-बुर्द करने के मामले में पुलिस अब तक मास्टमाइण्ड को पकड़ नहीं पाई है। मास्टरमाइण्ड के खास सहयोगी व एक अन्य को अदालत ने शनिवार को रिमांड और सात अन्य को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।
जोधपुर. गुजरात में भरूच के पास स्थित फैक्ट्री से तैंतीस टन कॉपर प्लेटों के तेरह बंडल भरकर खुर्द-बुर्द करने के मामले में पुलिस अब तक मास्टमाइण्ड को पकड़ नहीं पाई है। मास्टरमाइण्ड के खास सहयोगी व एक अन्य को अदालत ने शनिवार को रिमांड और सात अन्य को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।
चौहाबो थानाधिकारी परमेश्वरी के अनुसार प्रकरण में गिरफ्तार सदरी गांव निवासी दिनेश कुमार बिश्नोई, मण्डोर के बालवी मण्डावता निवासी कुशाल लोहार व राकेश बिश्नोई, मथानिया निवासी पुखराज, जुड़ निवासी रामनिवास बिश्नोई, रूडक़ली निवासी सुभाष बिश्नोई, मूलत: मथानिया में अगुणा बास नयापुरा हाल सुरपुरा बाइपास निवासी किशोर, बावड़ी निवासी बींजाराम जाट और उगमचंद आचार्य को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सुभाष बिश्नोई और उगमचंद आचार्य को दो-दो दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। जबकि शेष सात जनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए।आरोपी सुभाष बिश्नोई गैंग के मास्टरमाइण्ड कैलाश बिश्नोई के लिए काम करता है।
वह कैलाश के ट्रेलर में लोड होने वाले माल को खुर्द-बुर्द व बेचने की फिराक में रहता है।मास्टरमाइण्ड कैलाश को पकडऩे के लिए पुलिस ने कई जगह तलाशी ली, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ सका। पुलिस का कहना है कि उसके पकड़ में आने पर कई और वारदातें खुल सकती हैं।गौरतलब है कि पुलिस ने शुक्रवार को सांगरिया बाइपास पर ट्रेलर व ट्रक से तैंतीस टन कॉपर प्लेटों के तेरह बण्डल जब्त कर नौ जनों को गिरफ्तार किया था। एस्कॉर्ट कर रही दो कारों को भी जब्त किया गया था।