जेडीए ने कहा नोटिस दिया, प्रार्थियों को नहीं मिला जेडीए अधिकारियों का कहना है कि बनाड़ थाने की जमीन का कब्जा सौंपने से पहले मौके से निर्माण हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे। लेकिन प्रार्थियों को यह नोटिस नहीं मिले।
जिस खसरे की जमीन आवंटित वहां नदी और बिजली लाइनें
थाने के लिए खसरा नम्बर 56 में जमीन आवंटित की गई है। यह गैर मुमकिन नदी किस्म की है और हाइटेंशन लाइन गुजर रही है। इसलिए संभवत: कब्जा सौंपते वक्त पास के खसरे से जमीन शामिल कर ली गई।
पीडि़तों का दावा पीडि़त पूर्व सैनिक हरकरणराम इस मामले को जेडीए अधिकारियों के समक्ष उठा रहे हैं। उन्होंने नक्शा और दस्तावेज पेश किए। इनमें खसरा नम्बर 53 की करीब डेढ़ बीघा भूमि निजी खातेदारों की है, उसका कब्जा थाने के लिए दिया है।
इनका कहना…
‘बनाड़ थाने की जमीन के मामले में लोगों की शिकायत आई थी। उस जमीन का पुन: सीमांकन करना है। हमने पत्र लिख कर मामला सेटलमेंट में भेज दिया है। – श्रवणसिंह राजावत, उपायुक्त पूर्व, जोधपुर विकास प्राधिकरण