तीन घंटे तक शव लेकर बैठे रहे,नहीं मिला डॉक्टर बालक का शव लोहावट सीएचसी ले जाया गया। लेकिन वहां किसी डॉक्टर की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण, गोताखोर व परिजनों को तीन घंटे तक अस्पताल में बैठाए रखा। आखिर ग्रामीणों और परिजनों ने प्रशासन के प्रति रोष व्यक्त करते हुए हंगमा किया।
तीन बहनों के बीच इकलौता भाई इस हादसे में तीन बहनों का इकलौता भाई छिन गया। युवाओं ने नहर पर आए दिन हो रही इस तरह की घटनाओं को लेकर प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की मांग सोशल मीडिया पर उठाते हुए कहा कि खुली नहर से हो रही घटनाओं को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन को प्रयास करना चाहिए।
गोताखोर टीम की हुई सराहना
राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में हो रहे हादसे में हर समय पुलिस, प्रशासन व ग्रामीणों की मदद के लिए अध्यापक राजाराम विश्नोई की गोताखोर टीम तैयार रहती है। यह टीम नहर में गिरे मवेशियों व लोगों को निकालने के लिए बैरिकेड लगाकर मदद करती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पुलिस प्रशासन व ग्रामीणों ने इस टीम की सराहना की।