मुठभेड़ के तीसरे दिन शुक्रवार को भी मोर्चरी के बाहर धरना जारी रहा। मृतक लवली की बड़ी माता व अन्य परिजन भी धरनास्थल पहुंचे। समाज के अन्य लोगों ने ढांढस बंधाया।
पुलिस अधिकारियों ने प्रतिनिधिमण्डल से समझाइश की। निलम्बन के स्थान पर थानाधिकारी को लाइन हाजिर करने को तैयार हुए। इसको लेकर सहमति बनने लगी। पुलिस ने फिर से पोस्टमार्टम की तैयारी कराई, लेकिन प्रतिनिधिमण्डल के मोर्चरी पहुंचने व लाइन हाजिर की बात बताने पर समर्थक राजी नहीं हुए। एेसे में पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। वे निलम्बन की मांग पूरी होने तक शव नहीं उठाने पर अड़े रहे। अब शनिवार को फिर वार्ता होगी।