दरअसल, कुछ दिन पहले रातानाडा में पोलो मैदान के पास एक व्यक्ति ठेले पर आम बेच रहा था। दिनभर मजदूरी के बावजूद रात को कुछ आम बच गए थे। वह ठेला लेकर लौटने लगा था। इतने में थाने की चेतक आई और ठेले के पास रूकी। उसमें बैठे पुलिसकर्मियों ने आम मांगे। ठेला चालक ने प्लास्टिक की थैली में चार आम पैक करके चेतक में बैठे पुलिसकर्मी को दे दिए। आम की थैली लेते ही चालक ने चेतक रवाना कर दी। हताश ठेला चालक देखता रह गया था। इतने में वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल से पूरा वीडियो बना लिया। जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। पुलिस अधिकारियों तक वीडियो पहुंचा तो उन्होंने चेतक में तैनात हेड कांस्टेबल बलदेवसिंह और कांस्टेबल चालक रामभजन को लाइन हाजिर कर दिया। दोनों को १७सीसी चार्जशीट देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
दिनभर मजदूरी की, पुलिस खा गई ६० रुपए के आम
ठेला धारक का कहना है कि वह सुबह से रात तक गर्मी व उमस में मेहनत करके आम, केले व अन्य फल बेचकर पेट पालता है। पुलिसकर्मियों ने आम मांगे तो उसने चार आम दिए थे। जो साठ रुपए के करीब एक किलो आम थे। आम के रुपए मांगने से पहले पुलिस की गाड़ी रवाना हो गई थी।
‘इस बारे में चेतक के हेड कांस्टेबल व चालक को १७ सीसी की चार्जशीट दी गई है। दोनों को लाइन हाजिर भी कर दिया गया। जांच एसीपी को दी गई थी। हालांकि वीडियो में जुर्म प्रमाणित था।’
भुवन भूषण यादव, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जोधपुर।