रिटायर है तो पढ़ा सकते हैं
इसके अंतर्गत विभिन्न प्रोफेशनल को भी कॉलेज बुलाया जाएगा। कॉलेज के रिटायर्ड टीचर्स को पढ़ाने के लिए निवेदन किया जाएगा। वर्तमान में कॉलेज शिक्षा के करीब 1000 पदों की भर्ती प्रक्रिया कोर्ट में होने की वजह से प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी है। साथ ही नए कन्या महाविद्यालय खोले जाने से वहां भी शिक्षकों की आवश्यकता है। कॉलेज में इंजीनियर, डॉक्टर और चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे प्रोफेशनल को भी आमंत्रित कर उनकी वॉलंटरी सर्विस ली जाएगी। इंजीनियर कॉलेज के मेंटेनेंस से संबंधित अपनी सलाह दे सकते हैं जबकि चार्टर्ड अकाउंटेंट और डॉक्टर कैंप लगाकर छात्र-छात्राओं की मदद कर सकते हैं।
इसके अंतर्गत विभिन्न प्रोफेशनल को भी कॉलेज बुलाया जाएगा। कॉलेज के रिटायर्ड टीचर्स को पढ़ाने के लिए निवेदन किया जाएगा। वर्तमान में कॉलेज शिक्षा के करीब 1000 पदों की भर्ती प्रक्रिया कोर्ट में होने की वजह से प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी है। साथ ही नए कन्या महाविद्यालय खोले जाने से वहां भी शिक्षकों की आवश्यकता है। कॉलेज में इंजीनियर, डॉक्टर और चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे प्रोफेशनल को भी आमंत्रित कर उनकी वॉलंटरी सर्विस ली जाएगी। इंजीनियर कॉलेज के मेंटेनेंस से संबंधित अपनी सलाह दे सकते हैं जबकि चार्टर्ड अकाउंटेंट और डॉक्टर कैंप लगाकर छात्र-छात्राओं की मदद कर सकते हैं।
अब 70 किमी तक कर सकते हैं ट्रांसफर
प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए कार्य व्यवस्था के अंतर्गत नोडल अधिकारियों को स्थानांतरण करने की सीमा 50 किलोमीटर से बढ़ाकर 70 किलोमीटर कर दी गई है। यह आदेश गुरुवार को जारी किए गए। राजकीय महाविद्यालय जोधपुर के प्राचार्य डॉ नितिन राज के पास जिले के 13 महाविद्यालय का जिम्मा है। उन्होंने बताया कि कई कॉलेजों में शिक्षकों की कमी होने के कारण कार्य व्यवस्था के अंतर्गत आधिक्य वाले कॉलेजों से शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाएगा।
प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए कार्य व्यवस्था के अंतर्गत नोडल अधिकारियों को स्थानांतरण करने की सीमा 50 किलोमीटर से बढ़ाकर 70 किलोमीटर कर दी गई है। यह आदेश गुरुवार को जारी किए गए। राजकीय महाविद्यालय जोधपुर के प्राचार्य डॉ नितिन राज के पास जिले के 13 महाविद्यालय का जिम्मा है। उन्होंने बताया कि कई कॉलेजों में शिक्षकों की कमी होने के कारण कार्य व्यवस्था के अंतर्गत आधिक्य वाले कॉलेजों से शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाएगा।
एजुकेशन से जोडऩा है
इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षा में समाज के विकास के योगदान को बढ़ाना है ताकि कॉलेजों के साथ स्टूडेंट्स को भी बेहतर संसाधन मिल सकें।
डॉ नितिन राज, प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय जोधपुर
इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च शिक्षा में समाज के विकास के योगदान को बढ़ाना है ताकि कॉलेजों के साथ स्टूडेंट्स को भी बेहतर संसाधन मिल सकें।
डॉ नितिन राज, प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय जोधपुर