वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट नगर निगम उत्तर व दक्षिण दो रूप में बनाया गया था। इस बार बोर्ड नहीं था तो प्रशासक व कमेटी ने ही बजट तय किया, जो कि पिछले वर्ष से 135 करोड़ रुपए कम था। 270.41 करोड़ नगर निगम उत्तर के लिए और 301.91 करोड़ नगर निगम दक्षिण के लिए बजट रखा गया। इसी प्रकार आय का लक्ष्य उत्तर के 302.71 करोड़ व दक्षिण के लिए 315.21 करोड़ था। इस प्रकार कुल 617 करोड़ की आय का लक्ष्य रखा गया।
इसी वित्तीय वर्ष में दोनों नगर निगम का संचालन अलग करना है। इसके लिए भवन, कार्मिक व इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है। लेकिन राजस्व वसूली पिछडऩे में इस काम में समय लगेगा। निगम चुनाव के समय यदि सरकार कोई विशेष पैकेज से मदद करेंगे तभी दो महापौर व 160 पार्षदों के बैठने की व्यवस्था हो सकती है।
अभी पिछले दो माह में निगम में कोई खास आय नहीं हुई। सैलेरी देने जितना खर्च चल रहा है। जबकि ठेकेदारों का 25 करोड़ का बकाया है। 17 करोड़ निगम के पास जमा खर्च पड़ा है, जिससे काम चलाया जा सकता है। अब आगामी जून माह में भी कोई विशेष राजस्व की उम्मीद नहीं है।
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन अनुमति का काम, जनगणना जैसे कार्यालय के काम शुरू हुए हैं। दूसरा फील्ड में रूटीन सफाई के अलावा नाला सफाई चल रहा है। भैरव नाला जिसका मसूरिया से लेकर पाल लिंक रोड तक का हिस्सा ढका हुआ है वह पिछले 15 साल में पहली बार साफ होगा।
जितना खर्च उतनी आय से काम चल रहा है। सैलेरी सभी को समय पर दे रहे हैं। टैक्स व अन्य आय न के बराबर है। लेकिन हमारी आउट स्टैंडिंग व जमा राशि के हिसाब से काम चल रहा है।
– सुरेश कुमार ओला, आयुक्त नगर निगम जोधपुर