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जोधपुर में बाय एयर पहुंचेगी कोविड-19 वैक्सीन

locationजोधपुरPublished: Jan 12, 2021 11:49:17 pm

Submitted by:

Abhishek Bissa

कोरोना के आए केवल 18 मरीजएमडीएम अस्पताल में एक मौत और जोधपुर में 85 डिस्चार्ज

जोधपुर. जोधपुर में कोरोना की वैक्सीन बाय एयर पहुंचेगी। लेकिन अभी तक तिथि का कोई निर्धारण नहीं हुआ है। वैक्सीनेशन के सभी प्वॉइंट पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सारी तैयारियों में जुटा हुआ है। कहीं भी किसी प्रकार की कमी देख उन्हें तुरंत सुधार के निर्देश भी दिए जा रहे है। वैक्सीन लगाने वालों के रिकॉर्ड व खाली वैक्सीन की वायल के संबंध में भी पूरी तरह सावचेती रखने संबंधी भी रूपरेखा जोधपुर में तैयार की जा रही है।
वहीं कोरोना कहर धीरे-धीरे टूटने लगा है। अप्रेल माह में जहां 18 और 30 मरीज सामने आ रहे थे, वहीं अब इतने ही मरीज नववर्ष के पहले माह जनवरी में सामने आने लगे हैं। जोधपुर में मंगलवार को कोरोना के महज 18 संक्रमित मरीज ही सामने आए। 85 को डिस्चार्ज किया गया। एमडीएम अस्पताल में एक मौत दर्ज की गई है। वहीं जोधपुर के महामंदिर जोन, भोपालगढ़, ओसियां, बावड़ी, फलोदी, बाप, शेरगढ़ व बालेसर में एक भी संक्रमित नहीं मिला। प्रतापनगर जोन-1, शहर परकोटा, मसूरिया, बीजेएस व उदयमंदिर जोन-2-2, शास्त्रीनगर, मधुबन व रेजिडेंसी जोन में 1-1 संक्रमित सामने आया। वहीं देहात के बनाड़ ( मंडोर)-3, सालावास ( लूणी)-1 व बिलाड़ा में 2 संक्रमित मिले। जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में भाग राम ( 35) की मरणोपरांत रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। जोधपुर में अब तक 60559 संक्रमित और 910 की मौत हुई है। गत 12 दिनों में 613 संक्रमित और 10 की जान गई हैं।
टीकाकरण से जुड़े कुछ जरूरी सवाल और उनके जवाब

क्या कोविड वैक्सीन का टीका सभी व्यक्तियों को एक साथ दिया जाएगा?

-भारत सरकार ने प्राथमिक समूहों का चयन किया है। पहले समूह में स्वास्थ्य सेवा प्रदात्ता व फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।
क्या कोविड-19 वैक्सीन लेना जरूरी है?

– टीकाकरण स्वैच्छिक है। हालांकि, इस बीमारी से बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन का पूरा शैड्यूल प्राप्त करना उचित है। जिससे कि स्वयं की सुरक्षा व क्लोज कांटेक्ट परिवार के सदस्यों, दोस्त आदि में बीमारी फैलने से रोका जा सके।
क्या वैक्सीन सुरक्षित है, क्योंकि इसे बहुत कम समय के परीक्षण के बाद ही उपयोग करने की अनुमति दी जा रही है?

– देश में वैक्सीन का उपयोग तभी किया जाएगा जब नियामक संस्थाओं के द्वारा वैक्सीन की प्रभावितकता व सुरक्षा की अनुमति दे दी जाएगी।
क्या वर्तमान में कोविड कंफर्म व संदिग्ध संक्रमित वाले व्यक्ति को टीका लगाया जा सकता है?

– कंफर्म व संदिग्ध व्यक्ति से टीकाकरण स्थल पर किसी अन्य को भी इस बीमारी के फैलने का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि संक्रमित व्यक्ति के लक्षण ठीक होने के 14 दिन तक टीका स्थगित करने देना चाहिए।
क्या कोविड बीमारी से स्वस्थ होने के बाद व्यक्ति को टीका लगाया जाना आवश्यक है?

– हां, कोविड से ठीक होने के बाद टीका लगाना उचित है। ये टीका बीमारी के विरूद्ध प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करने में मदद प्रदान करेगा।
उपलब्ध कई टीकों में से टीका लगाने के लिए एक या एक से अधिक वैक्सीन को कैसे चुना जाएगा?

– देश में ड्रग रेग्यूलेटर के द्वारा वैक्सीन कंडीडेट्स के क्लिनिकल ट्रायल्स की सुरक्षा व प्रभाविकता के डेटा के आधार पर लाइसेंस दिया जाता है। इसलिए लाइसेंस प्राप्त करने वाली समस्त कोविड वैक्सीन में तुलनात्मक सुरक्षा व प्रभावितकता होगी। परंतु ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि केवल एक ही प्रकार की कोविड वैक्सीन से शैड्यूल पूरा करना चाहिए।
क्या भारत में पेश किया गया वैक्सीन उतना ही प्रभावशाली होगा, जितना अन्य देशों में शुरू किया है?

– हां, भारत में प्रारंभ की गई वैक्सीन अन्य देशों द्वारा विकसित की गई किसी भी वैक्सीन जितनी ही प्रभावी होगी।
मैं टीकाकरण के लिए पात्र हूं तो मुझे कैसे पता लगेगा?

-प्रारंभिक चरण में प्राथमिकता वाला समूह को टीका लगेगा। टीके की उपलब्धता के आधार पर 50 से अधिक आयु वर्ग को भी टीका लगाने की शुरूआत हो सकती है। पात्र लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से टीकाकरण सत्र स्थल के बारे में सूचित किया जाएगा। उन्हें निर्धारित स्थान व दिनांक को टीका लगेगा।
क्या कोई स्वास्थ्य विभाग के पंजीकरण के बिना वैक्सीन प्राप्त कर सकता है?

– नहीं, टीकाकरण के लिए लाभार्थी का पंजीकरण अनिवार्य है।

पात्र लाभार्थी के लिए कौनसे दस्तावेज आवश्यक है?

– ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, पैन कार्ड, डाकघर की जारी पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज व अन्य पहचान पत्र आदि।
क्या पंजीकरण के समय फोटोयुक्त पहचान पत्र की आवश्यकता होगी?

– पंजीकरण के समय जिस फोटोयुक्त पहचान पत्र का उपयोग किया गया है, उसे टीकाकरण के समय दिखाना आवश्यक है।

– क्या टीकाकरण हो जाने के बाद लाभार्थियों को टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होगी?
– हां, कोविड वैक्सीन की उचित खुराक मिलने के बाद, लाभार्थी को अपने पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस प्राप्त होगा। टीके के सभी खुराक मिलने के बाद लाभार्थी को मोबाइल पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भेजा जाएगा।
-यदि कोई कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि जैसी बीमारियों की दवाई ले रहा है तो क्या वह कोविड-19 वैक्सीन ले सकता है?- हां, इनमें से एक या अधिक बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को उच्च जोखिम परिस्थितियों वाली श्रेणी में माना जाता है, उन्हें कोविड वैक्सीन लगाने की आवश्यकता है।
लाभार्थी द्वारा किसी भी सत्र स्थल पर बीमारी की रोकथाम के लिए क्या उपाय तथा सावधानी की पालन करने की आवश्यकता है ?

– वैक्सीन लेने के कम से कम 30 मिनट तक टीकाकरण केंद्र पर प्रतीक्षा करे। यदि कोई असुविधा या बैचेनी महसूस होती है तो निकटम स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों को सूचित करें।
टीकाकरण के पश्चात संभावित प्रतिकूल प्रभाव क्या है?

– सुरक्षा सिद्ध होने पर ही कोविड वैक्सीन उपयोग में लिया जाएगा। अन्य टीकों की तरह ही कुछ व्यक्तियों को इंजेक्शन की जगह हल्का दर्द, बुखार आदि जैसे प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। जो स्वत: ही जल्द ठीक हो जाते है।
मुझे वैक्सीन की कितनी खुराक व किस अंतराल पर लेनी होगी?

-टीकारण के शैड्यूल के अनुसार एक व्यक्ति के द्वारा वैक्सीन की दो खुराकें 28 दिनों के अंतराल पर लिया जाना है।

एंटीबॉडी कब विकसित होगी, एक खुराक लेने के बाद, दो खुराक लेने के बाद या बहुत दिनों के बाद?
– कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर आमतौर पर विकसित होता है।

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