5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

साब कुआरों हूं, ब्याव करा दो, बिना लुगाई जिंदगी नरक बणगी!

राजस्थान सरकार की ओर से राहत गारंटी को देखते हुए रविवार को उपखंड क्षेत्र के बाड़ाकलां में आयोजित महंगाई राहत शिविर में एक ग्रामीण ने बढ़ती उम्र के बावजूद विवाह नही होने की व्यथा सुनाते हुए अधिकारियों को अर्जी देकर उसका विवाह कराने की गारंटी देने की फरियाद कर डाली।

less than 1 minute read
Google source verification
photo1687770389.jpeg

पीपाड़सिटी/जोधुपर। राजस्थान सरकार की ओर से राहत गारंटी को देखते हुए रविवार को उपखंड क्षेत्र के बाड़ाकलां में आयोजित महंगाई राहत शिविर में एक ग्रामीण ने बढ़ती उम्र के बावजूद विवाह नही होने की व्यथा सुनाते हुए अधिकारियों को अर्जी देकर उसका विवाह कराने की गारंटी देने की फरियाद कर डाली। बाड़ाकलां का 48 वर्षीय घनश्याम ने शिविर प्रभारी अधिकारी को बताया कि बचपन से अनाथ होने के कारण उसका विवाह नही हो सका है।

बढ़ती उम्र के साथ अब उसे एक पत्नी की आवश्यकता है जो घर को संभाल सके। जब मुख्यमंत्री हर काम की गारंटी देने के साथ यह कहते है कि तुम मांगते मांगते थक जाओगे मैं देता नही थकूंगा, तो मेरा ब्याव करा दो। शिविर में उपस्थित ग्रामीणों ने भी उसकी बात का समर्थन करने से शिविर में मौजूद उपजिला कलक्टर कंचन राठौड़, तहसीलदार कैलाश मीणा, विकास अधिकारी भगवान राम खोजा, सरपंच धर्मेन्द्र कंवर, पूर्व सरपंच नारायणराम मेघवाल भी हतप्रभ रह गए।
यह भी पढ़ें : तलाकशुदा हो या विधवा....बस पत्नी चाहिए, फिर अफसर ने जारी किए ये आदेश


आखिरकार अधिकारियों ने घनश्याम को आश्वस्त किया कि योग्य वधु दिलाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री के गृह जिले में किसी ग्रामीण की ओर से महंगाई राहत शिविरों में इस तरह का प्रथम मामला आया है जिसमें राहत के नाम पर विवाह कराने की मांग की हैं। विकास अधिकारी के अनुसार घनश्याम ने बताया कि प्रार्थना पत्र को शीघ्र ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को भेजा जाएगा।