उल्टी- दस्त की भी शिकायतें खूब
शहर में इन दिनों ब्याह-शादियों की सीजन चल रही है। बड़ी संख्या में लोग लंबे समय बाद शादियों में इकट्टा हुए हैं। कई जगहों पर पानी के कुछ लोट में गड़बड़ी के कारण शहर के कुछ हिस्सों में लोगों को उल्टी-दस्त जैसी शिकायतें भी आई है। इमरजेंसी में भी ऐसे मरीज दर्ज हुए हैं, लेकिन बड़े स्तर पर मामला नहीं फैला है।
शहर में इन दिनों ब्याह-शादियों की सीजन चल रही है। बड़ी संख्या में लोग लंबे समय बाद शादियों में इकट्टा हुए हैं। कई जगहों पर पानी के कुछ लोट में गड़बड़ी के कारण शहर के कुछ हिस्सों में लोगों को उल्टी-दस्त जैसी शिकायतें भी आई है। इमरजेंसी में भी ऐसे मरीज दर्ज हुए हैं, लेकिन बड़े स्तर पर मामला नहीं फैला है।
सर्दियों में डर: निमोनिया, लकवा व हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा: गुप्ता
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक गुप्ता ने बताया कि सर्दियों में खांसी,जुकाम, निमोनिया, लकवा, अस्थमा व हार्ट अटैक का सर्वाधिक खतरा रहता है। इस वक्त लोग पानी कम पीते है और खून गाढ़ा होता है। जिन मरीजों के खून पतला करने की दवा चल रही है, उन्होंने बीच में छोड़ दी, ब्लड प्रेशर की दवाएं छोड़ दी तो उनको तकलीफ बढऩे के आसार बढ़ जाते है। हालांकि अस्थमा सितंबर-मार्च में ज्यादा होता है, लेकिन इंफेक्शन में खांसी-जुकाम हो गए तो इनमें अस्थमा बढ़ जाता है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि लोगों ने डेंगू भी काढ़ा, कच्चा दूध व दर्द की गोलियां आदि मनमर्जी से खाया-पिया। इस कारण भी कइयों को उल्टी-दस्त हुई है। इतना ही नहीं, लीवर को भी नुकसान हुआ। शादियों में सलाद व प्लेट को साफ पानी से धुलवाए। ताकि किसी प्रकार से कीटाणु न रहे। इससे भी हाइजिन मेंटेन होगा। क्योंकि जो खाना गर्म या बॉयल होता है, उसमें फिर जम्स नहीं रहते।
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक गुप्ता ने बताया कि सर्दियों में खांसी,जुकाम, निमोनिया, लकवा, अस्थमा व हार्ट अटैक का सर्वाधिक खतरा रहता है। इस वक्त लोग पानी कम पीते है और खून गाढ़ा होता है। जिन मरीजों के खून पतला करने की दवा चल रही है, उन्होंने बीच में छोड़ दी, ब्लड प्रेशर की दवाएं छोड़ दी तो उनको तकलीफ बढऩे के आसार बढ़ जाते है। हालांकि अस्थमा सितंबर-मार्च में ज्यादा होता है, लेकिन इंफेक्शन में खांसी-जुकाम हो गए तो इनमें अस्थमा बढ़ जाता है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि लोगों ने डेंगू भी काढ़ा, कच्चा दूध व दर्द की गोलियां आदि मनमर्जी से खाया-पिया। इस कारण भी कइयों को उल्टी-दस्त हुई है। इतना ही नहीं, लीवर को भी नुकसान हुआ। शादियों में सलाद व प्लेट को साफ पानी से धुलवाए। ताकि किसी प्रकार से कीटाणु न रहे। इससे भी हाइजिन मेंटेन होगा। क्योंकि जो खाना गर्म या बॉयल होता है, उसमें फिर जम्स नहीं रहते।
कोरोना सैंपलिंग बढ़ेगी, स्टेशन-एयरपोर्ट पर बढ़ाएंगे टीमें: सीएमएचओ
कोरोना के जयपुर में बढ़ते केस और सब कुछ ओपन होने के बाद स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना सैंपलिंग बढ़ाने पर जोर देने की तैयारी कर रहा है। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने कहा कि अब फिर से रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर सैंपलिंग के लिए टीमें बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों को भी अनऑफिशियली कहा जा रहा है कि वहां पर भी सैंपलिंग होगी। प्रशासन के आदेशानुसार स्कूलों में सैंपलिंग करेंग और इसके लिए सहयोग की अपील करेंगे। हॉस्पिटल आदि में भी सैंपलिंग बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।
कोरोना के जयपुर में बढ़ते केस और सब कुछ ओपन होने के बाद स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना सैंपलिंग बढ़ाने पर जोर देने की तैयारी कर रहा है। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने कहा कि अब फिर से रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर सैंपलिंग के लिए टीमें बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों को भी अनऑफिशियली कहा जा रहा है कि वहां पर भी सैंपलिंग होगी। प्रशासन के आदेशानुसार स्कूलों में सैंपलिंग करेंग और इसके लिए सहयोग की अपील करेंगे। हॉस्पिटल आदि में भी सैंपलिंग बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।