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Phalodi News: नक्षत्र बनकर चमकेगा फलोदी, 834 करोड़ रुपए से बदल जाएगी किस्मत, जानिए कैसे

Latest Phalodi News: कलक्टर ने कहा कि उनका प्रयास है कि नवसृजित जिलों में फलोदी में सर्वाधिक इन्वेस्टमेंट हो, जिससे उद्यामियों को यहां की बेहतर लोकेशन का लाभ मिले और फलोदी पश्चिमी राजस्थान का बड़ा नक्षत्र बनकर चमके।

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Latest Phalodi News: पश्चिमी राजस्थान का नवसृजित फलोदी जिला औद्योगिक विकास का नया नक्षत्र बनकर उभरेगा। ऐसे में यहां इन्वेसटमेंट करने वाले उद्यमी को एक नहीं बल्कि पांच जिलों की कनेक्टिविटी का लाभ मिलने से उद्यम से रोजगार के नये आयाम स्थापित करने में भी सहूलियत मिलेगी।

यह बात फलोदी जिला कलक्टर हरजीलाल अटल ने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट की तैयारियों व अब तक मिले प्रस्तावों की जानकारी देने के लिए आयोजित प्रेस वार्ता में कही। कलक्टर अटल ने कहा कि फलोदी पांच जिलों के मध्य स्थित ऐसा जिला है, जहां पानी, बिजली की भरपूर व्यवस्था है और यहां से पूरे देश से सड़क व रेल मार्ग की कनेक्टिविटी है। ऐसे में उद्यम से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

कलक्टर अटल ने कहा कि 17 अक्टूबर को जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित होगा। इसके पहले ही फलोदी में करीब 67 निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई है और विभिन्न क्षेत्रों में 834 करोड़ के इन्वेस्टमेंट के एमओयू करने के प्रस्ताव भेजे हैं। कलक्टर ने कहा कि उनका प्रयास है कि नवसृजित जिलों में फलोदी में सर्वाधिक इन्वेस्टमेंट हो, जिससे उद्यामियों को यहां की बेहतर लोकेशन का लाभ मिले और फलोदी पश्चिमी राजस्थान का बड़ा नक्षत्र बनकर चमके।

ईको टूरिज्म के तौर पर पहचान दिलाने की पहल

कलक्टर ने कहा कि फलोदी जिला बनने के बाद यहां ईको ट्यूरिज्म के तौर पर पहचान दिलाने की योजना राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत की जा चुकी है। जिससे पहले से विश्व विख्यात फलोदी का खींचन में मेहमान पक्षी सायबेरियन बर्ड कुरजां व यहां की नक्काशीदार हवेलियां व ग्रामीण परिवेश ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होंगी। क्षेत्रीय प्रबंधक नरेन्द्र पटवा ने फलोदी जिला क्षेत्र में विकसित छह रीको इण्डस्ट्रीज एरिया के विकास के संबंध में जानकारी दी।

कृषि आधारित औद्योगिक विकास की सम्भावना

कलक्टर अटल ने कहा कि फलोदी में पांच हजार मेगावाट के साथ एशिया का सबसे बड़ा सोलर हब होने के साथ ही यह नमक उत्पादक क्षेत्र भी है। इस क्षेत्र की मिट्टी उपजाऊ होने से यह प्रदेश का सबसे बड़ा कृषि उत्पादक क्षेत्र है। ऐसे में यहां कृषि आधारित औद्योगिक विकास की संभावना बहुत ही अधिक है। यही कारण है कि कृषि आधारित औद्योगिक इकाईयां स्थापित करने में यहां कई लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है और बड़ी कम्पनियों से भी इन्वेस्टमेंट के लिए वार्ता चल रही है। कलक्टर ने कहा कि फलोदी दो सम्भाग जोधपुर व बीकानेर मुख्यालयों के मध्य है। इसके अलावा यहां स्थापित औद्योगिक इकाईयों को फलोदी जिले के साथ जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर व बालोतरा जिला मुख्यालय के मध्य होने से इन जिला क्षेत्र तक भी उद्यमियों को बाजार मिल सकेगा।

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