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पचास फीसदी हार्ट के मरीज पचास साल के व्यक्ति

लोगों में हृदय रोग के प्रति जागरुकता लाने की पहल

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Fifty-five percent of heart patients in fifty years old

Fifty-five percent of heart patients in fifty years old

जोधपुर . लोगों में हृदय रोग के प्रति जागरुकता लाने के लिए शनिवार को नि:शुल्क जांच शिविर लगाया गया। यह शिविर नारायण मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल अहमदाबाद और लायंस क्लब मरुधरा जोधपुर के तत्वावधान में आयोजित किया गया। अहमदाबाद से आए कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक राजपोपट और कार्डियोथौरोसिक सर्जन डॉ. अतुल आनंद मसलेकर ने बताया कि यह बेहद चिंताजनक है कि बड़ी संख्या में लोग कम उम्र में हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। भारतीयों में हार्ट अटैक के मामले 5-10 वर्ष पहले देखे जा रहे हैं।

ग्लोबन बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के अनुसार भारत में हार्ट अटैक यानि दिल का दौरा मौतों के मुख्य कारणों में से एक है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार भारत में होने वाले हार्ट अटैक के 50 फीसदी मामले 50 वर्ष से कम उम्र में होते हैं, जबकि 25 फीसदी मामले 40 वर्ष से कम उम्र में ही देखे जा रहे हैं। पिछले 5 सालों के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के 30-40 आयु वर्ग के लोगों में दिल की बीमारियों में 8 फ ीसदी बढ़ोतरी हुई है। शहरी क्षेत्रों में लगभग 14 लाख और ग्रामीण क्षेत्रों में 16 लाख लोग कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों से पीडि़त हैं।
शिविर का समापन रविवार को हुआ। यह शिविर सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक चलेगा। शिविर के पहले दिन शनिवार को लगभग 200 से अधिक नर्सिंगकर्मियों को दोनों वरिष्ठ चिकित्सकों ने प्रोजेक्टर पर बीमारियों, उससे बचाव और सावधानी बरतने की जानकारियां दी। नि:शुल्क परामर्श के साथ ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व ईसीजी की भी जांच हुई।

ग्लोबन बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के अनुसार भारत में हार्ट अटैक यानि दिल का दौरा मौतों के मुख्य कारणों में से एक है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार भारत में होने वाले हार्ट अटैक के 50 फीसदी मामले 50 वर्ष से कम उम्र में होते हैं, जबकि 25 फीसदी मामले 40 वर्ष से कम उम्र में ही देखे जा रहे हैं। पिछले 5 सालों के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के 30-40 आयु वर्ग के लोगों में दिल की बीमारियों में 8 फ ीसदी बढ़ोतरी हुई है। शहरी क्षेत्रों में लगभग 14 लाख और ग्रामीण क्षेत्रों में 16 लाख लोग कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों से पीडि़त हैं।