ज्ञात रहे कि मंगलवार को सोसायटी के कर्मचारियों की शिथिलता देख मूंग तुलाई ठेकेदार द्वारा लगाए गए कार्मिकों ने तय सीमा से ज्यादा मूंग कट्टों में भर रह थे लेकिन सजग किसानों की चौकस निगाहों ने इस मामले की पूरी पोल खोलकर रख दी।
हालांकि को-ऑपरेटिव सोसायटी के अधिकारियों के अनुसार केवल 4 कट्टों में ही तय सीमा से अधिक मूंग पाया गया है। चारण ने कहा कि कुछ अनैतिक लोगों की वजह सोसाइटी को भी शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। बुधवार को मूंग तुलाई केंद्र पर सोसाइटी के अधिकारियों ने दिनभर डेरा जमाए रखा तथा बारी-बारी तुलाई कार्यों का निरीक्षण जारी रखा।
किसान भी रहे चौकस बुधवार को पत्रिका में छपी खबर के बाद मूंग तुलाई को आए किसान सजग निगाहों से कांटे पर नजर जमाए हुए थे। कृषि मंडी में दिनभर चर्चा का विषय रहा। हालांकि इस दौरान मंडी परिसर में कार्य सुचारू रहा। कुछ किसानों से पत्रिका से बातचीत करते हुए बताया कि ठेकेदार द्वारा लगाए गए स्थानीय कार्मिकों के कारण ही पूर्व में भी मूंग तुलाई केंद्र पर गंभीर आरोप लग चुके है।
कट्टे का वजन 50.55 होगा किलोग्रामचारण ने किसानों से भी अपील की है कि मूंग से भरे हुए कट्टे का कुल भार 50.55 किलो होना चाहिए। खाली कट्टे का भार .55 ग्राम है। ये जानकारी मूंग तुलाई पर आने वाले प्रत्येक किसान को भी होनी चाहिए ताकि कोई गलत हरकत करने का प्रयास नही कर सके।ये है आंकड़ा
कार्यकारी अधिकारी दलपतदान चारण ने बताया कि मंगलवार शाम तक 78 हजार 968 कट्टों की तुलाई हो चुकी है तथा किसानों को 19 करोड़ की राशि का भुगतान भी किया जा चुका है। मंडी प्रांगण में प्रतिदिन लगभग औसतन 100 किसानों से 3 हजार कट्टों की तुलाई कार्य हो रहा है। निप्र.