जोधपुर . होली के दूसरे दिन से घुड़ला गवर पूजने वाली तीजणियों ने गणगौरी तीज की पूर्व संध्या (सिंजारा) के उपलक्ष्य में शहर के पवित्र जलाशयों से जल लाकर गवर माता का पूजन किया। गवर पूजने वाली तीजणियां समूह के रूप में शीश पर चांदी-पीतल-तांबे के कलात्मक लोटियों को लेकर मंगल गीत गाते हुए गाजे-बाजों के साथ पवित्र जलाशय पहुंची। आकर्षक परिधानों में सजी-धजी तीजणियों में खासा उत्साह नजर आया। परकोटे के भीतरी शहर के जलाशय पदमसर-रानीसर और महिला बाग का झालरा परिसर में लोटियों को ऋतुपुष्पों के साथ तुर्रे, किलंगी से सुसज्जित किया गया। रातानाडा महिला मंडल एवं घांची समाज रातानाडा की ओर से बाबा रामदेव मंदिर में तीजणियों का स्वागत किया गया। सचिव लीला बोराणा ने बताया कि तीजणियों ने पारम्परिक गवर गीत प्रस्तुत किए। पिछले एक पखवाड़े से आयोजित गवर पूजन के दौरान शीतलाष्टमी से आरंभ हुआ परिचितों और रिश्तेदारों के घर-घर जाकर घुड़ला घुमाने का क्रम सोमवार को थम गया है।