एसआइ रामलाल ने बताया कि तिंवरी निवासी राजेन्द्र (20) पुत्र बाबूलाल माली गत तीन मई की सुबह बाइक लेकर घर से निकला था। दो घंटे तक वह घर नहीं लौटा। इस बीच, परिचित व रिश्तेदारों ने उसके व्हॉट्सऐप स्टेटस अलविदा लिखा देखा तो परिजन को अवगत कराया। अनहोनी की आशंका के चलते परिजन ने तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच, परिजन ढूंढते-ढूंढते घेवड़ा रोड पर गीताधाम के पास राजीव गांधी लिफ्ट केनाल पहुंचे, जहां सुरक्षाकर्मियों ने नहर किनारे एक बाइक खड़ी होने व मोबाइल पर घंटियां बजने की सूचना दी। जांच करने पर वह मोटरसाइकिल राजेन्द्र की निकली। उस पर रखा पर्स व मोबाइल भी राजेन्द्र के थे। उसके नहर में गिरने की आशंका पर तलाश शुरू की गई, लेकिन वह नहीं मिला। इस बीच, मंगलवार शाम इन्द्रोका गांव में नहर की जाली में फंसा राजेन्द्र का शव मिला। पुलिस अधिकारी मौके पर आए और शव बाहर निकाल मोर्चरी भेजा, जहां बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा गया।
मृतक के भाई प्रेमचंद ने तिंवरी निवासी छैलसिंह, महेन्द्रसिंह व अन्य के खिलाफ पिस्तौल से डराने धमकाने और उससे आहत होकर जान देने या हत्या कर शव नहर में फेंकने का मामला दर्ज कराया।
मृतक के भाई प्रेमचंद ने तिंवरी निवासी छैलसिंह, महेन्द्रसिंह व अन्य के खिलाफ पिस्तौल से डराने धमकाने और उससे आहत होकर जान देने या हत्या कर शव नहर में फेंकने का मामला दर्ज कराया।
वीडियो भेजने को लेकर विवाद
पुलिस का कहना है कि मृतक मार्बल का कार्य करता था। गत दो मई को आरोपी घर आए थे और मृतक के भाई जगदीश को धमकाया था। उन्होंने जगदीश पर घर में कोई गलत वीडियो भेजने का आरोप लगाया। राजेन्द्र भी पास ही खड़ा था। वे मोबाइल लेकर गए थे और वीडियो डिलीट कर लौटा दिया था। आरोप है कि दोनों ने पिस्तौल दिखाकर उन्हें धमकियां दी थी।
पुलिस का कहना है कि मृतक मार्बल का कार्य करता था। गत दो मई को आरोपी घर आए थे और मृतक के भाई जगदीश को धमकाया था। उन्होंने जगदीश पर घर में कोई गलत वीडियो भेजने का आरोप लगाया। राजेन्द्र भी पास ही खड़ा था। वे मोबाइल लेकर गए थे और वीडियो डिलीट कर लौटा दिया था। आरोप है कि दोनों ने पिस्तौल दिखाकर उन्हें धमकियां दी थी।