उधर केंद्र की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-2020 और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा आइआइटी-जेईई में कोविड-19 परीक्षार्थियों के बैठने के लिए अलग से कक्ष की व्यवस्था की गई थी। सालों बाद निकली भर्ती परीक्षाओं से वंचित
राज्य में भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कई सालों बाद होता है। छात्र भी लंबे समय से परीक्षा की तैयारी में जुटे रहते हैं। ऐसे में कोविड-19 पॉजिटिव होने पर उनकी सालों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। 31अगस्त को हुई बीएसटीसी परीक्षा में ऐसे छात्र वंचित रह गए। १६ सितम्बर को हुई पीटीईटी परीक्षा में भी ऐसे छात्रों का बीएड करने का सपना फिर से एक साल आगे सरक गया। इन परीक्षाओं में कोविड पॉजिटिव परीक्षार्थियों का प्रवेश मना था। 17 सितम्बर को लाइबे्ररी गे्रड-3 भर्ती परीक्षा से भी परीक्षार्थी वंचित रह गए। वन विभाग की रेंजर/एसीएफ परीक्षा 19 सितम्बर को होनी थी लेकिन आरपीएससी ने इसको स्थगित करने सैंकड़ों परीक्षार्थियों को राहत दी। यह भर्ती करीब दो दशक बाद हो रही थी।
अब इन परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थी चिंतित
नवम्बर में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, कर्मचारी चयन बोर्ड की तकनीशियन भर्ती की 3 परीक्षाएं, हाईकोर्ट में ड्राईवर, स्टेनो व एलडीसी/जूनियर असिस्टेंट की परीक्षा होनी है। 24 सितम्बर से नेट परीक्षा शुरू हो रही है। इसके अलावा 28 सितम्बर को देश में एनएलयू की प्रवेश परीक्षा क्लेट भी होनी है। क्लेट कंसोर्टियम भी कोविड-19 पॉजिटिव छात्रों को विशेष मौका नहीं देगा।
विवि में कोविड-19 छात्रों के लिए होगी विशेष परीक्षा
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू हो चुकी है। कोविड-19 संक्रमित परीक्षार्थियों के लिए बाद में स्थिति सामान्य होने पर विशेष परीक्षा आयोजन का प्रावधान रखा गया है। इसके लिए उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा।