अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीसी व्यास ने बताया कि अस्पताल की सुरंग की कई सालों से सफाई नहीं होने से जबरदस्त परेशानी हो रही है। जल्द ही सुरंग को गंदगी से आजादी दिला दी जाएगी। इस काम के लिए वर्तमान ठेकेदार को अतिरिक्त दर 20 हजार रुपए पर काम सौंपा है। इसमें नगर निगम का सहयोग भी लिया जाएगा। महापौर घनश्याम ओझा ने कुछ समय पहले सुरंग की सफाई में हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया था।
सुरंग की सफाई का मुद्दा प्रमुखता से उठा गौरतलब है कि गांधी अस्पताल के नीचे बनी ऐतिहासिक सुरंग की बदहाली को लेकर ‘राजस्थान पत्रिका’ ने गत दिनों शृंखलाबद्ध समाचार प्रकाशित किए थे। पत्रिका में मुद्दा उठाए जाने के साथ ही सुरंग के हालात जानने के लिए किले की टीम भी आई थी। तब सुरंग के बिगड़े हालात को लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए गए थे। गत दिनों संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में हुई राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक में भी सुरंग की सफाई का मुद्दा प्रमुखता से उठा था।
सोसायटी सदस्य भागीरथ वैष्णव समेत अन्य सदस्यों ने अस्पताल अधीक्षक से जवाब मांगा था कि जब उम्मेद अस्पताल की सुरंग साफ हो सकती है तो गांधी अस्पताल की सुरंग की सफाई में देरी क्यों की जा रही है। सदस्यों के कड़े तेवर देखकर संभागीय आयुक्त ने अस्पताल प्रशासन को अविलम्ब सुरंग की सफाई शुरू करवाने के निर्देश दिए थे। बैठक में सफाई के लिए अतिरिक्त बजट भी स्वीकृत किया गया था।