गर्मी में तालाबों व खेळियों के आस पास टोह में बैठे रहने वाले हिंसक श्वानों के हमलों और बारिश के मौसम में नमभूमि पर दौडऩे में असमर्थ चिंकारे सर्वाधिक घायल होते है। राज्य पशु चिंकारे को प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी तरह हानि पहुंचाने अथवा शिकार करने पर तीन से सात साल तक सजा का प्रावधान है।
अप्रैल————135 ——104 मई—————255 ——180
जून————–195 ——125 जुलाई————178 ——132
अगस्त————-148—— 121 कुल—————911 ——662 इस साल कम घायल हुए
पिछले साल की तुलना में इस बार बारिश के मौसम में कम वन्यजीव घायल हुए है। पिछले साल कुल 1614 वन्यजीव घायल हुए थे। इससे पहले वर्ष 2018-19 में 2040 और 2019-20 में 1867 गंभीर घायल हुए थे। संसाधनों की कमी के बावजूद जोधपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से घायल वन्यजीवों को बचाने रेस्क्यू टीम 24 घंटे प्रयासरत है।