आरोपी नर्स को ऐसे फंसाया जाल में सूरसागर में नरेश के भ्रूण जांच में शामिल होने की शिकायत मिलने के बाद पीसीपीएनडीटी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी सक्सेना के निर्देशन में टीम बनाई गई। जांच में शिकायत की पुष्टि होने के बाद एक गर्भवती महिला के भ्रूण जांच के लिए उससे सम्पर्क साधा तो आरोपी ने बीस हजार रुपए मांगे। राशि तय होने पर आरोपी ने महिला को जांच के लिए सोमवार देर रात प्रतापनगर में हैण्डलूम के पास बुलाया। वह महिला को अपनी मोपेड पर बिठाकर करीब एक घंटे तक घूमाने के बाद सूरसागर में कालीबेरी रोड पर जूही क्लिनिक ले गया। वहां उसने सोनोग्राफी मशीन की जगह लेपटॉप को फिटल डोपलोर से जोड़ा और जांच का दिखावा करने लगा। कुछ देर बाद उसने गर्भ में लडक़ी होने की जानकारी दी। इतने में इशारा मिलते ही टीम ने नरेश भार्गव को पकड़ लिया।
तलाशी के दौरान क्लिनिक से लेपटॉप, गर्भ में शिशु की धडकऩ जांचने में प्रयुक्त फीटल डॉपलर व सोनोग्राफी में प्रयुक्त जैल की शीशी बरामद हुई। आरोपी लेपटॉप से भू्रण जांच का झांसा देकर महिलाओं को गलत सूचना दे देता था। इन पर विश्वास कर कई महिलाएं गर्भपात भी करवा चुकी हैं।
मिलते-जुलते नाम का सहारा आरोपी नरेश भार्गव से पूछताछ में हनुमान चौधरी, सन्नू सेन व तेजपाल के भी गिरोह में सक्रिय होने का पता लगा है। भ्रूण की जांच में हनुमान ज्याणी पकड़ा जा चुका है। उसके नाम का फायदा उठाकर हनुमान चौधरी सक्रिय हो गया और मिलते-जुलते नाम का फायदा लेनेलगा।
हिस्ट्रीशीटर डॉक्टर से प्रभावित होकर रुपए ऐंठे भ्रूण की जांच के लिए हिस्ट्रीशीटर डॉ इम्तियाज बदनाम है। उसके बारे में पता लगने पर नरेश भी रुपए कमाने के लिए अवैध धंधे में उतर गया। गिरोह ने भ्रूण जांच के नाम पर कई महिलाओं से रुपए ऐंठे हैं।